
Dainik Bhaskar
Aug 15, 2019, 01:08 PM IST
टीवी डेस्क. आज रक्षा बंधन है – कलाई के चारों ओर एक पवित्र धागा बांधकर भाइयों और बहनों के बीच भावनात्मक बंधन का जश्न मनाने का एक विशेष अवसर। इस दिन, सभी बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने में व्यस्त हैं पर उनमें से कुछ इस त्यौहार को अपने भाई के साथ नहीं बल्कि किसी और के साथ मना रहे हैं। किरण जैन ने इस मौके पर छोटे परदे के कुछ कलाकारों से बात की, यह जानने के लिए कि यह त्यौहार उनके लिए कितना खास है?
सेलिब्रिटी रक्षाबंधन स्पेशल
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बहन राखी कुरियर करती मैं पैसे ट्रांसफर करता: शशांक व्यास
मेरी एक बहन है जिसकी शादी हो चुकी है और वह जोधपुर में रहती है। रक्षाबंधन पर उनसे मिलने की कोशिश करता हूं और अगर नहीं तो वह मुझे राखी कुरियर करती हैं और मैं कैश ट्रांसफर कर देता हूं, ताकि वह जो चाहे खरीद सके। वो मुझे हमेसा पैरेंट्स की पिटाई से बचाती थीं।
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एक-दो नहीं 14 भाइयों को राखी बांधती हूं: अविका गौर
रक्षा बंधन पर मैं एक नहीं, दो नहीं बल्कि 14 भाइयों को राखी बांधती हूं। उनमें से एक हैं एली गोनी और बाकी सभी मेरे कजिन्स हैं। मैं अपने आपको बहुत खुशनसीब मानती हूं कि मेरे साथ मेरे ये सभी भाई खड़े रहते हैं जिंदगी के हर मोड़ पर। हर साल रक्षाबंधन का बेसब्री से इंतजार करती हूं क्योंकि इस मौके पर मुझे खूब सारे गिफ्ट्स मिलते हैं। ये त्यौहार हम सबके लिए बहुत स्पेशल हैं। इस साल शूटिंग की वजह से पर्सनली सभी को राखी नहीं बांध नहीं पाउंगी लेकिन हां सभी को मैंने राखी भिजवा जरूर दी हैं। बस अब गिफ्ट्स का इंतजार है।
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अपनी पॉकेट मनी से उसने मुझे महंगी घड़ी गिफ्ट की थी: अस्मिता सूद
हर रक्षा बंधन अपने तरीके से अनोखा होता है, लेकिन मुझे प्यार है जिस तरह से मेरे भाई ने इसे मेरे लिए खास बना दिया है। वह काफी छोटा है। हम दोनों के बीच 14 साल का अंतर है। मैं मुंबई में रहती हूं और वह शिमला में। पिछले साल उसने मुझे मेरी पसंदीदा घड़ी दी थी जो काफी महंगी थी और इस गिफ्ट के लिए उसने अपनी पॉकेट मनी से पैसे जमा किये थे। मुझे पूरे साल उसकी बहुत याद आती है और रक्षाबंधन पर घर जरूर जाती हूं।
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अपने पालतू जानवरों को राखी बांधती हूं: पूजा शर्मा
पूजा शर्मा रक्षाबंधन का त्यौहार अपने पालतू जानवर, ब्रूनो और फिकी के साथ मनाती हैं। वे बताती हैं, ‘दोनों मेरे भाई हैं और मैं हर साल उन्हें राखी बांधती हूं। वास्तव में, ब्रूनो मेरे लिए एक बड़े भाई की तरह है। वह समझदारी से हमारी देखभाल करता है। इनके होते हुए तो मुझे भाई न होने का अफसोस भी नहीं होता।’
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हर साल पापा को राखी बांधती हूं: शुभांगी अत्रे
रक्षा बंधन का त्यौहार मैं हमेशा मेरे पिता के साथ मनाती हूं। मैं दो बहनों के साथ बड़ी हुई और हम तीनों ने राखी बांधने के लिए हमारे आस पास के परिवार में कभी किसी को भाई नहीं माना, हमने अपने पिता के साथ ही इस त्योहार की परंपराओं का पालन करने का फैसला किया। यह एक रिवाज है जो मैंने 5 साल की उम्र से शुरू किया था। हर साल सुबह की पूजा के बाद, हम पापा को राखी बांधते हैं और बेसब्री से गिफ्ट का इंतजार करते हैं।’
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