चण्डीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों सहित पुलिस आयुक्तों व वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कावड़ यात्रा की शुरूआत होने वाली है और इसका पहला जत्था जल्द ही राज्य में प्रवेश करने वाला है, इसलिए सभी जिलों के वरिष्ठ अधिकारी अपनी पूरी तैयारी रखें ताकि इस उत्सव के दिनों के दौरान किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।
मुख्यमंत्री आज यहां राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कान्फे्रंसिंग के माध्यम से आगामी 9 अगस्त की शिवरात्रि के उत्सव पर चढऩे वाली कावड़ के लिए होने वाली कावड़ यात्रा, डाक कावड़ यात्रा की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शिव रात्रि के दिन सभी शिव भक्त मंदिर में जल चढाते हैं और शिव रात्रि के उत्सव तक सभी अधिकारी इस आयोजन के लिए एक समय सारिणी बनाएं और इन आठ से नौ दिनों में हमें अपनी व्यवस्था करनी हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान कानून व्यवस्था, मैडीकल की सुविधा, जल की सुविधा, शौचालयों की सुविधा के साथ-साथ बरसात के दौरान होने वाली समस्याओं के निदान के लिए भी सभी अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में व्यवस्था करनी होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कावड यात्रा के दौरान यातायात की व्यवस्था के साथ-साथ कावडिय़ों के जाने के रास्ते तय करें। इसी प्रकार, खड़ी व बैठी कावड़ तथा डाक कावड़ के दौरान भी सभी अधिकारियों को अपनी-अपनी तैयारी करके रखनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों को सेवादल के पदाधिकारियों के साथ कावडिय़ों की सेवा से संबंधित बैठक करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कावड़ यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था के लिए पुलिस के एक अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए और सिविल से भी एक अधिकारी को नोडल अधिकारी तथा एक मैडीकल अधिकारी भी नोडल अधिकारी अपने-अपने जिले में नियुक्त किया जाए। इसी प्रकार, रात्रि को रोशनी की व्यवस्था करें तथा संवेदनशील जिलों के अधिकारी सतर्क रहें।
बैठक में हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने कावड यात्रा के संबंध में कहा कि पानीपत में कावडियों का भारी प्रवेश होता है और वहांं कावडियों को स्वागत किया जाना चाहिए क्योंकि कावड एक भावना है एक भक्ति है। इस दौरान हरियाणा पुलिस की पैट्रोलिंग व मैडीकल वैन भी उनके साथ वहां पर रहनी चाहिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि फिरोजपुर झिरका के मंदिर में मेव व हिन्दू दोनों ही धर्मों के लोग कावड को चढाते हैं इसलिए वहां पर कानून व्यवस्था के लिहाज से विशेष ध्यान रखा जाए। इसी प्रकार, महेन्द्रगढ़ के वागेश्वर मंदिर में भी कावड़ चढ़ाई जाती है इसलिए प्रत्येक कावडिय़े को यह संदेश जाना चाहिए कि ये सरकार हमारी है, इसलिए पूरी व्यवस्था होनी चाहिए।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) मोहम्मद अकील ने कहा कि कावड यात्रा से संबंधित हमारी उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी हैं जिसमें इस यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा करवाने के लिए विभिन्न निर्णय लिए गए हैं और अधीकारियों को विस्तृत दिशानिर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि वे स्वयं संबंधित क्षेत्र के एसएचओ और डीएसपी से मिलकर इन व्यवस्थाओं को देखेंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में कावड़ यात्रा के दौरान अतिरिक्त पुलिस बल मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने बैठक में सभी जिला उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों से कहा कि वे अपने अपने जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कावडिय़ों के लिए रूटों को चिन्हित करें और उत्तर प्रदेश सीमा से प्रवेश होने वाले कावडिय़ों का मार्गदर्शन करने के लिए जगह-जगह बोर्ड लगाएं और वहीं से पुलिस कर्मियों व अन्य कर्मियों की डयूटी को भी लगाएं ताकि किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हों।
बैठक में उन्होंने बताया कि कावड़ यात्रा से संबंधित राज्य के यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत जिले संवेदनशील हैं और इन जिलों में कावडियों की भारी संख्या रहती है। इसी प्रकार, रोहतक, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल जिले भी कानून व्यवस्था के लिहाज से संवेदनशील हैं और इन जिलों के अधिकारियों को चौकन्ना रहना होगा। उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान जिलों के अधिकारियों से कहा कि वे जहां कहीं भी जरूरत हो, तो वहां रास्ते को डायवर्ट कर सकते हैं। इसी प्रकार, कावड यात्रा के दौरान पानी की व्यवस्था के साथ-साथ मैडीकल की व्यवस्था भी होनी चाहिए।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) मोहम्मद अकील ने कहा कि कावड यात्रा के दौरान महिला कावडिए भी होते हैं और उनकी सुरक्षा व सुविधा के लिए अपने-अपने जिलों में अधिकारियों को विशेष पग उठाने होंगें और इसी कडी में मोबाईल शौचालयों की व्यवस्था करनी होगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कावड यात्रा के दौरान बरसात के दिनों को देखते हुए कावडियों की सुविधा के लिए पूरी व्यवस्था करनी होगी। इसी दौरान सडकों पर होने वाली दुर्घटनाओं के लिए अधिकारियों को सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि कावडियों की सुविधा के लिए नाके लगाकर यातायात को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में सभी अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित रखें ताकि किसी भी समस्या से निपटा जा सकें। इसी प्रकार, अपने-अपने जिलों में डयूटी मैजिस्टे्रट लगाए तथा अतिरिक्त वाहनों की भी व्यवस्था रखें।
वीडियों कान्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, पलवल, नूंह, रेवाडी, महेन्द्रगढ़ जिलों से कावड़ यात्रा से संबंधित तैयारी की जानकारी ली और राज्य के अन्य जिलों के अधिकारियों को भी कावड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए अपनी-अपनी व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिए।
बैठक में हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री रामबिलास शर्मा, मुख्य सचिव श्री डी.एस. ढेसी, आपदा एवं प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा, पुलिस महानिदेशक श्री बी.एस. संधू, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) मोहम्मद अकील, आईजी सीआईडी श्री अनिल राव, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री मंदीप सिंह बराड़, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक श्री समीरपाल सरो सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।