चंडीगढ़, सुनीता शास्त्री। संवाद-साहित्य मंच की ओर से कविवर नरेश कुमार के नव प्रकाशित काव्य संग्रह कहो कहावत का लोकार्पण, चर्चा व काव्य गोष्ठी आज गांधी स्मारक भवन, सैक्टर-16 के सभागार में आयोजित किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के.के.शारदा, अध्यक्ष, गांधी स्मारक निधि और अध्यक्ष मंडल में साहित्यकार डा. अशोक कुमार व प्रेम विज शामिल रहें। कार्यक्रम का संचालन डा. अनिल पांडे किया और स्वागत डा. देवराज त्यागी ने किया।पुस्तक पर बोलते हुए प्रेम विज ने कहा कि कहावतों का हमारी भाषा और संस्कृतिक में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। कहावतों में प्रशंसा, निन्दा व व्यंग का मिश्रण होता है। अध्यक्ष पद से बोलते हुए डा. अशोक कुमार ने कहा हमारी नई पीढ़ी कहावतो को भूल रही है, संस्कृति को भूल रही है। इसीलिए वे संस्कारहीन हो रहे है।मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए के.के.शारदा ने कहा कि इस पुस्तक की यह सफलता है, इसमें भावों की गहराई है।पुस्तक के लेखक नरेश कुमार ने कहा कि मैंने कहावतों को इस लिए चुना ताकि बच्चों में संस्कार पैदा किया जा सके।पुस्तक पर डा. अरविन्द द्विवेदी और डा. दिनेश यादव ने भी विचार रखे।काव्य गोष्ठी में लगभग दो दर्जन कवियों ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत की जिसमें परिवारिक परिवेश,समाजिक विसंगतियों, नारी शक्तिकरण, भृष्ट व्यवस्था आदि पर भाव व्यक्त किया गया। इनमें दीपक शर्मा चनारथल, सत्वंत कौर गोगी, प्रेम विज, अशोक नादिर, प्रज्ञा शारदा, उर्मिल कौशिक सखी, प्रतिभा माही, गणेश दत्त, राजवंती मान, अनिल पांडे, शाशि प्रभा, विमला गुगलानी, नेहा अरोड़ा, कृष्ण कांत, आर.के. मल्होत्रा, विनोद खन्ना, सीमा गुप्ता, पान सिंह, अनीश गर्ग, आदि ने कविताएं प्रस्तुत कर खूब वाह वाही लूटी।
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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020