चंडीगढ़, सुनीता शास्त्री। शिव का अर्थ ही कल्याणकारी है। ओम् नम: शिवाय-सिद्ध मंत्र है। शिवरात्रि के महापर्व पर जो श्रद्धालु चार पहर की पूजा ,अभिषेक, व महामृत्युंज्य मंत्र से जाप करता है उसे अनन्त कोटी फल की प्राप्ती होती है। यह सारगर्भित विचार शिवरात्रि के पर्व के महत्व के संदर्भ में बात चीत करते हुए गुग्गामाड़ी,हनुमानमंदिर सेक्टर 20 के महंत पं. किशोरी लाल ने एक विशेष भेंट में व्यक्त किये। मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर आयोजित कार्यक्रम के विषय में बताया कि आज प्रात: 3.3० बजे पहला शिवाभिषेक 11 विद्वान पंडितों के मंत्रोच्चारण व अनुभव गुप्ता श्रद्धालु द्वारा किया गया । 4.3० बजे प्रात: महाशिव आरती के बाद जन पूजन अर्चन के लिए अर्पित कर दिया गया। इसके अलावा लगभग 15 अन्य परिवारों के सदस्य भी शिवाभिषेक में भाग लेंगे। आज यहॉ मंदिर के प्रांगण में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा । सभी भक्तों को दूध का लंगर व फलों का प्रसाद वितरित किया गया।