करीब 11 साल से गायब रायबरेली के करोड़पति कपड़ा व्यापारी मंजीत सिंह बग्गा के बेटे जगजीत सिंह को लांबड़ा पुलिस ने महज 10 मिनट में ढूंढ निकाला। पति को जिंदा देख कर प|ी हैरान रह गई। मंजीत ने बहू रविंदर कौर और उसकी फैमिली पर आरोप लगाया था कि उसके बेटा की हत्या कर लाश खुर्द-बुर्द कर दी है। राय बरेली कोर्ट ने 10 अक्टूबर को फैसला सुनाना था। अदालत के आदेश पर लांबड़ा पुलिस जगजीत सिंह को यूपी ले गई ताकि उसे फैमिली कोर्ट में फैजाबाद तो रायबरेली की ट्रायल कोर्ट में पेश किया जा सके।
23 जून को नामालूम नंबर से आई थी कॉल, तुम मुझे ढूंढ नहीं सकती
एसएसपी नवजोत सिंह माहल ने बताया कि फैजाबाद की फैमिली कोर्ट में आदेश दिए थे कि वह जगजीत सिंह को ट्रेस कर अदालत में पेश करे। जगजीत की प|ी राजविंदर कौर ने फैमिली कोर्ट में दावा किया था कि उनके पति की मौत नहीं हुई है। वह खुद ही गायब हुआ है। इस लिए खर्चे का केस कर दिया था। उसने 23 जून को एक अज्ञात नंबर से आई कॉल को आधार बना कर कहा था कि कहा था कि पति ने फाेन किया है कि तुम मुझे ढूंढ नहीं सकती। राजविंदर कौर यूपी पुलिस के पास गई मगर किसी ने उसकी एक न सुनी। फैमिली कोर्ट ने वारंट जारी कर जालंधर पुलिस को आदेश दिए थे। बुधवार सुबह राजविंदर कौर थाने पहुंची। यहां पर उसने बताया कि एक टैक्सी ड्राइवर के मोबाइल से पति ने कॉल की थी। पति 11 साल से गायब है और ससुर ने अपहरण और मर्डर का आरोप लगाया है। टैक्सी ड्राइवर से बता की तो उसने कहा कि नकोदर रोड पर गांव सिंघा के पास हरनेक के ढाबे पर बर्तन साफ करने वाले शख्स ने उसका मोबाइल से कॉल की थी। पुलिस ने जगजीत को वहां से पकड़ लिया।
वह तो जिंदा निकला… अदालत ने सुनाना था 10 अक्टूबर को फैसला, लापता पति ने टैक्सी ड्राइवर के मोबाइल से किया था फोन
शादी की फाइल फोटो। थाने में जब व्यापारी के बेटे को लाया गया तो प|ी पहचान नहीं पाई। हाथ पर खुद का नाम देखकर भावुक हुई।
प|ी बोलीं- पति न मिलते तो शायद मैं जेल में होती
राजविंदर कौर काेर्ट में भावुक हो गईं। बोलीं मेरे, पिता और भाई पर किडनैपिंग कर हत्या कर आरोप लगा था। उनके पास कोई सबूत नहीं था जिससे साबित कर सकते कि पति सचमुच जिंदा है। एसएचओ से हाथ जोड़कर बोली- मैंने भगवान देखा तो नहीं,मगर आप जैसे ही होंगे। आप मेरी मदद न करते तो मैं अंदर होती और मेरे दो बच्चे सड़क पर आ जाते। एसएचओ ने जगजीत से पूछा कि करोड़पति बाप के बेटे होकर 11 साल से बर्तन साफ कर रहे हैं तो जगजीत चुप रहा। घर से भागने का कारण तक नहीं बताया। जगजीत ने यह ज़रुर माना कि यूपी से वह सीधे पंजाब आ गया था। पंजाब के अलग-अलग शहर के ढाबे में बर्तन साफ करने का काम करता रहा। एक साल पहले प|ी का ख्याल आया था तो कॉल कर दी थी मगर जब लुधियाना से कॉल की तो उसी दिन काम छोड़ कर लांबड़ा में आ गया था। जगजीत ने कहा कि उसे केवल प|ी का ही मोबाइल नंबर याद था। मैं बीता हुआ वक्त दोहराना नहीं चाहता।
2011 घर मोबाइल छोड़कर अचानक गायब हो गया था जगजीत…एमए पास फैजाबाद की राजविंदर कौर के साथ रायबरेली के गुरु नानक नगर के रहने वाले मंजीत सिंह बग्गा के बेटे जगजीत सिंह के साथ 14 अक्टूबर 2001 को मैरिज हुई थी। राजविंदर कौर ने कहा कि पति शराब पीते थे मगर कभी घर में क्लेश नहीं हुआ। दो बेटों का जन्म हो चुका था। छोटी-मोटी बात को लेकर फैमिली में दरार आ गई तो वह पति के साथ अलग रहने लगी। ससुर खर्चा देते थे। 2011 में पति घर से काम पर गए मगर लौटे नहीं। थाने में शिकायत दी मगर कोई अता-पता नहीं लगा। वह घर ही मोबाइल छोड़ गए थे। ससुर ने सीधे आरोप लगा दिए कि तुमने ही अपने पिता जसवंत सिंह, भाई तनप्रीत सिंह और पड़ाेसी हर्षन्द के साथ मिलकर अपहरण करवा कर हत्या करवा दी। ससुर ने अदालत में अपहरण और मर्डर का कंप्लेंट केस अदालत में दायर कर दिया था। यह केस 6 जून 2012 को दायर किया था। तब से लेकर आज तक राजविंदर कौर अदालत में पेश हो रही थी। राजविंदर कौर के खिलाफ गवाहियां हुई थीं। अदालत ने 10 अक्टूबर को फैसला सुनाना था। इससे पहले भी एक बार पति ने कॉल की थी। वह कॉल लुधियाना से आई थी, मगर एवीडेंस न होने के कारण कोई यकीन नहीं कर रहा था।
पापा घर लौट आएं, मुझे आपकी खूब याद आती है…रविंदर कौर ने पति के मिलते ही 15 साल के छोटे बेटे हरमीत बग्गा से फोन पर बात करवाई। यह उसका पापा घर छोड़ कर भागे थे तो वह 4 साल का था। बेटे ने कहा कि पापा आप घर लौट आएं, मुझे आप की खूब याद आती है। बेटे की आवाज सुनकर जगजीत भावुक हो गया था। जगजीत का के दो बेटे है। बड़ा बेटा 17 साल का हरप्रीत सिंह बग्गा है।
पति को देख पहचान नहीं पाई प|ी…थाने में रविंदर कौर और उनके एड. विजय शंकर पांडे बैठे थे। पुलिस जगजीत को लेकर थाने आ गई। एसएचओ पुष्प बाली ने रविंदर को कहा कि तुम जानती हो ये कौन है। जगजीत को देखकर वह पहचान न सकी। जब जगजीत ने सोनी कहा तो वह भावुक हो गई और बोली यह तो मेरे पति हैं। पति से पूछा कि आप क्यों छोड़कर चले गए थे। पति के पास कोई जवाब न था। जगजीत ने कहा कि घर से निकलते ही केश कटवा दिए थे। हनीमून के दौरान जगजीत ने खुद का नाम सोनू और प|ी का सोनी नाम गुदवाया था।