गुजरात विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अपने चरम पर है. जीत के लिए बीजेपी और कांग्रेस पूरी ताकत झोंक चुकी हैं. गुजरात की सत्ता में बीजेपी 22 सालों से काबिज है हालांकि, इस बार बीजेपी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे के बिना चुनाव में उतरी है. ऐसे में गुजरात चुनाव उसके लिए नाक का सवाल बन गया है. लेकिन अल्पेश ठाकोर, हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी की तिकड़ी बीजेपी के लिए सिरदर्द बनी हुई है. दूसरी ओर कांग्रेस भी गुजरात की सत्ता को वापस हासिल करने के लिए अपनी पूरे दमखम के साथ जुटी हुई है.
कहा तो यहां तक जा रहा है कि ये चुनाव 2019 के लोकसभा चुनाव की नई इबारत लिखेगा. ऐसे में कौन बनेगा सरताज और किसके हौसले होंगे पस्त, सबकी निगाहें इस पर टिकी हुई हैं. बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव दो चरणों में होने वाले हैं. चुनाव की वोटिंग 9 और 14 दिसंबर को होगी जबकि चुनाव के नतीजे का ऐलान 18 दिसंबर को होगा.
कम हो सकती हैं बीजेपी की सीटें
इसी बीच एक न्यूज चैनल के लिए लोकनीति और सीएसडीएस ने ओपिनियन पोल किया है. इस ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी फिर से गुजरात में सत्ता हासिल करेगी. हालांकि उसे कई मुद्दों की वजह से नुकसान भी उठाना पड़ेगा जिससे उसकी सीटों में कमी आएगी. बीजेपी को चुनाव में 113-121 सीटें मिल सकती हैं. वहीं दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस को 58-64 सीटें मिलने के आसार हैं.
वोट शेयर में भी बीजेपी आगे
इस ओपिनियन पोल के अनुसार महिलाओं का झुकाव सबसे ज्यादा बीजेपी की ओर है. अगर वोट शेयर की बात करें तो इस ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 47 फीसदी जबकि कांग्रेस को 41 फीसदी वोट मिलने की संभावना दिखाई पड़ रही है.
सीएम के रूप में रूपाणी पहली पसंद
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में लोगों की पहली पसंद विजय रूपाणी ही हैं. सर्वे के मुताबिक उन्हें 18 फीसदी लोग पसंद करते हैं जबकि आनंदीबेन पटेल को केवल 7 फीसदी लोग ही पसंद करते हैं.
इस सर्वे से ये साफ हो गया है कि भले ही कांग्रेस का जीतने का सपना साकार न हो पाए लेकिन उसके वोट प्रतिशत में पिछले साल के मुकाबले इजाफा जरूर होगा. वहीं बीजेपी की सीटें पिछले साल की अपेक्षा कम जरूर होंगी लेकिन इस बार का गुजरात में जीत का सेहरा उसी के सिर बंधेगा.