चंडीगढ़। हरियाणा सिविल सर्विसेज (एचसीएस) ज्यूडिशियल पेपर लीक मामले में यूटी पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने नई दिल्ली में 10 अलग-अलग स्थानों पर छापामारी की है। इस दौरान टीम ने अपने साथ मामले में दिल्ली से गिरफ्तार की गई टॉपर महिला सुनीता को भी साथ रखा था। बताया जाता है कि टीम को इस मामले में कई सुराग व सुबूत मिले हैं।
जानकारी के अनुसार, सुनीता की निशानदेही पर टीम के हाथ अहम दस्तावेज और अन्य सुबूत लगे हैं। अब इन सुबूतों को जांच टीम जिला अदालत में पेश करेगी और आरोपी महिला का रिमांड बढ़ाने की मांग करेगी। सूत्रों के अनुसार एसआइटी ने महिला से पूछताछ के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस मामले में जांच अधिकारी कुछ भी बोलने से इन्कार कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, टीम दो अन्य आरोपियों के खिलाफ भी सुबूत जुटा रही है। उनकी गिरफ्तारी भी जल्द हो सकती है। दोनों आरोपी फरार तो नहीं हैं, लेकिन उन्हें पकड़ने से पहले एसआइटी तमाम पुख्ता सुबूत जुटाना चाहती है। इस मामले में पुलिस ने तत्कालीन रजिस्ट्रार (रिक्रूटमेंट) बलविंदर कुमार शर्मा, सुनीता निवासी नजफगढ़ और सेक्टर-5 पंचकूला निवासी सुशीला के खिलाफ केस दर्ज किया था।
एसआइटी ने परीक्षा में टॉपर रही दिल्ली निवासी सुनीता को 9 नवंबर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद कोर्ट में पेश कर उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया था। एसआइटी ने आरोपी महिला से पहले दिन सात घंटे पूछताछ की। इसके बाद दो टीमों का गठन किया गया और छापेमारी की गई। सुनीता का तीन दिन का रिमांड रविवार को पूरा होगा। उसे दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस दौरान एसआइटी फिर से उसका पांच दिन रिमांड मांग सकती है।
रजिस्ट्रार को किया जा चुका है निलंबित
इस मामले के सामने आने के बाद हाईकोर्ट ने रजिस्ट्रार (रिक्रूटमेंट) डा. बलविंदर शर्मा को निलंबित करने का आदेश दिया था। निलंबन के बाद उन्हें रोपड़ हेडक्वार्टर भेज दिया गया। प्रारंभिक जांच में जांच कमेटी ने भी शर्मा को दोषी पाया गया। डा. बलविंदर शर्मा और सुनीता के बीच पिछले एक वर्ष में 760 बार फोन पर बात हुई और दोनों ने एक दूसरे को एसएमएस किए थे। हालांकि, शर्मा ने बयान दर्ज करवाया था कि उसकी सुनीता से कोई बातचीत नहीं हुई।
यह है पूरा मामला
पंचकूला के पिंजौर की निवासी सुमन ने हाईकोर्ट में दायर में बताया था कि एचसीएस ज्यूडिशियल के लिए उसने अप्लाई किया था। कुल 109 पद थे। कोचिंग सेंटर में उसकी दोस्ती सुशीला से हुई। सुशीला ने गलती से एक ऑडियो क्लिप उसे भेज दी जिसमें वह अन्य लड़की से डेढ़ करोड़ रुपये में नियुक्ति की बात कर रही थी। जब उसने सुशीला से पूछा तो उसने ऑडियो क्लिप डिलीट कर दी। बाद में पेपर लीक की बात का पता चला। सुशीला ने छह सवाल भी बताए जो 16 जुलाई को हुई परीक्षा में भी आए थे। याचिकाकर्ता ने अपने पति को इस बारे में बताया और उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस और हाईकोर्ट को एडमिनिस्ट्रेटिव साइट पर दी।