एचएमवीपी वायरस : उद्योगों के लिए सतर्कता आवश्यक : दीपक मैनी
– भारत में भी इसका एक मरीज सामने आया है
गुरुग्राम, 06 जनवरी। चीन में हाल ही में सामने आए नए वायरस एचएमवीपी (HMVP) ने दुनियाभर में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। अब तो भारत में भी इसका एक मरीज सामने आया है। इससे आमजन से लेकर उद्योग जगत में भी चिंता देखी जा रही है। कोरोना महामारी के अनुभवों को देखते हुए, इस नए वायरस के प्रसार को लेकर हर कोई सतर्क है। दिल्ली-एनसीआर के उद्योगों पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर प्रोग्रेसिव फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (PFTI) के चेयरमैन दीपक मैनी ने एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया है।
उन्होंने कहा कि एचएमवीपी वायरस के प्रसार और इसके प्रभाव को लेकर अभी तक पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन हमें सतर्कता और सावधानी बरतने की आवश्यकता है। महामारी के समय सीखे गए सबक और सुरक्षा उपायों को पुनः लागू करना अब उद्योगों के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए।
संभावित नकारात्मक प्रभाव:
आपूर्ति श्रृंखला पर असर: चीन से कच्चे माल और उत्पादों की आपूर्ति में रुकावट आ सकती है, जिससे उत्पादन बाधित हो सकता है।
निर्यात पर असर: वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार और परिवहन पर प्रतिबंध लग सकते हैं, जिससे निर्यात प्रभावित होगा।
मजदूरों की उपलब्धता: संभावित लॉकडाउन या स्वास्थ्य चिंताओं के चलते श्रमिकों की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
मांग में गिरावट: आर्थिक अनिश्चितता के कारण बाजार में मांग में कमी हो सकती है।
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उद्योगों के लिए सुझाव:
चीन या अन्य प्रभावित देशों से सामग्री आयात करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें।
वैकल्पिक आपूर्तिकर्ताओं की पहचान करें।
कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा उपाय लागू करें, जैसे मास्क, सैनिटाइजर, और नियमित जांच।
संभावित आर्थिक प्रभावों से निपटने के लिए वित्तीय रणनीति तैयार करें।
दीपक मैनी ने कहा कि हम सभी को यह समझना होगा कि सतर्कता और तैयारी ही हमें इस चुनौती से उबरने में मदद कर सकती है। PFTI इस विषय पर उद्योगों को हर संभव मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उद्योग जगत को जागरूक करने के लिए PFTI आने वाले दिनों में वर्चुअल वेबिनार और कार्यशालाओं का आयोजन करेगा।