आज 100 से अधिक खास महिलाओं को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सम्मानित करेंगे. ये स्पेशल वुमन
अपने-अपने क्षेत्रों में असाधारण कार्य करने के लिए जानी जाएंगी. महिला और बाल विकास मंत्रालय ने विस्तृत जांच प्रक्रिया अपनाने के बाद ऐसी 112 महिलाओं का चयन किया है. इनमें पहली महिला न्यायाधीश, पहली महिला कुली, मिसाइल परियोजना की अगुआई करने वाली पहली महिला, पहली पैरा ट्रूपर और पहली ओलंपियन शामिल हैं. सभी महिलाओं को राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया जाएगा.
केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शुक्रवार को बताया कि अधिकार संपन्न नारी की पवित्र भावना के साथ, मंत्रालय ने “प्रथम महिलाओं” की अवधारणा विकसित की है. इन हस्तियों ने अपने-अपने क्षेत्र में असाधारण कार्य कर प्रथम महिला बनने के लिए अनेक बाधाओं, मानदंडों और दमन का सामना किया. रक्षा मंत्रालय, खेल मंत्रालय, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, प्रेस क्लिपिंग, इंटरनेट आदि सहित विभिन्न स्रोतों की मदद से 227 महिलाओं की सूची तैयार की गई थी. जजों के पैनल की मदद से उनमें से 112 महिलाओं को चुना गया.
आज 112 ‘फर्स्ट लेडीज’ को सम्मानित करेंगे राष्ट्रपति कोविंद
मंत्रालय ने 2015 में फेसबुक के साथ मिलकर उपलब्धि हासिल करने वाली ऐसी 100 महिलाओं की पहचान की थी, जिन्होंने सार्वजनिक कार्य के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल की है. “प्रथम महिलाएं” मंत्रालय के “उपलब्धि हासिल करने वाली 100 महिलाएं” अभियान का दूसरा चरण है.
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि महिलाओं को चुनने के लिए मंत्रालय ने महिला सशक्तिकरण की भावना से ‘फर्स्ट लेडीज’ के सूत्र को अपनाया. इन ‘फर्स्ट लेडीज’ ने विभिन्न बाधाओं, मानकों और दमनकारी विचारों को पार कर उन क्षेत्र में प्रथम मुकाम पाया जिसे उनके लिए दुरुह माना जाता था. पटना में बोले प्रेसिडेंट कोविंद, बिहारीपन ही मेरी पहचान है
रक्षा मंत्रालय, खेल मंत्रालय, लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड, मीडिया, इंटरनेट और अन्य माध्यमों से 227 महिलाओं को चुना गया था. इनमें से भी पुरानी बनी बनाई दीवारों को लांघकर अपने क्षेत्र में प्रथम बनने वाली 112 असाधारण महिलाओं को इसके लिए चुना गया है