विवेकानंद जयंती के मौके पर संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, ”विवेकानंद एक योद्धा सन्यासी थे. उन्होंने जातिगत भेदभाव के खिलाफ आवाज बुलंद की थी. उन्होंने लोगों को दो टूक कहा, ज्ञान में तुमसे कोई आगे नहीं है, लेकिन व्यवहार के मामले में भी तुमसे कोई निकृष्ट नहीं होगा. हमें भी जाति के जहर को खत्म करना होगा.”
जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यहां एक भारत भव्य भारत की तस्वीर दिखाई देती है. मैं आप सभी के साथ बेलगावी की भूमि को भी प्रणाम करता हूं. पीएम ने कहा, ”देश की सेवा में जुटा हुआ हर व्यक्ति आज स्वामी विवेकानंद का एक छोटा रूप ही तो है, जो दलित, पीड़ित, शोषित, वंचितों के लिए काम कर रहा है, वही तो विवेकानंद के सपनों को पूर्ण करने वाला सिपाही है.”
पीएम मोदी ने कहा एक भारतीय को कैसा होना चाहिए इस बारे में विवेकानंद जी ने स्वदेश का मंत्र दिया था.