मुक्तसर/कपूरथला.नडाला-बेगोवाल मार्ग पर रविवार रात खड़े ट्रक के पीछे बाइक जा टकराई। हादसे में एक बाइक सवार की मौत हो गई जबकि दो लोग घायल हो गए। घायलसड़क पर ही तड़पते रहे। हादसा अंधेरे में ट्रक न दिखने पर हुआ। इतने में मुक्तसर से परिवार के साथ कपूरथला किसी समागम में शामिल होने जा रहे चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (सीजेएम) प्रितपाल सिंह ने हादसा देखा तो मदद के लिए तुरंत रुक गए।
मौके पर पुलिस वाले भी थे लेकिन घायलों कोअस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस का इंतजार कर रहे थे। जज ने पास खड़े एक कार चालक को घायलों को अस्पताल ले जाने को कहा तो उसने मना कर दिया। जब प्रितपाल सिंह ने खुद के जज होने के बारे में बताया तो पुलिस भी हरकत में आ गई।
इसके बाद मौके पर खड़ा टैंपो ट्रैवलर वाला घायलों को अस्पताल पहुंचाने को तैयार हो गया। जख्मी लोगोंको टैंपो से नडाला के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहां से जालंधर रेफर कर दिया। हादसे में मरने वाले की पहचान अशोक पाल और घायलकी सचिन और गौरव के रूप में हुई है। तीनों रेहड़ी लगाते हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी है।
पहले भी 6 लोगों की जान बचा चुके :
सीजेएम प्रितपाल सिंह ने बीती 12 सितंबर को मुक्तसर-बठिंडा रोड पर हुए हादसे में जख्मी हुए 6 लोगों की जान भी बचाई थी। उस समय वह बठिंडा रोड पर साइकिल पर सैर करने जा रहे थे। अचानक सड़क पर आए जानवर के कारण बाइक हादसे की शिकार हो गई थी। बाइक पर सवार दो महिलाएं, 3 बच्चे सड़क पर और चालक खेत में गिर गया था। उस समय भी एक कार चालक को उन्होंने मदद के लिए कहा तो उसने पहले आनाकानी की लेकिन जज होने का पता चलते ही जख्मियों को अस्पताल पहुंचाया था। जख्मियों को इलाज में मदद के लिए कुछ पैसे भी जेब से दिए थे।
मदद करके आत्मिक सुकून मिला :
सीजेएम प्रितपाल सिंह कानूनी सेवाएं अथाॅरिटी मुक्तसर के सेक्रेटरी भी हैं। उन्होंने बताया कि रात 9:45 के करीब जख्मियों को अस्पताल पहुंचाने के बाद वह मुंडीरोड गांव पहुंचे तो समागम खत्म हो चुका था। फिर मुक्तसर लौट आए। रास्ते में रात करीब एक बजे एएसआई हरजिंदर सिंह को फोन कर जख्मियों बारे पूछा तो बताया कि वे दोनों ठीक हैं। उन्हें जालंधर रेफर कर दिया गया है। सीजेएम ने कहा, फंक्शन में शामिल होने की बजाय घायलोंको अस्पताल पहुंचाने पर आत्मिक सुकून मिला है।
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