चंडीगढ़। पराली जलाने से गंभीर हुई प्रदूषण की समस्या के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पराली जलाने की समस्या के समाधान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वीरवार को एक बार फिर पत्र लिखा है। कैप्टन ने पराली जलाने की खतरनाक प्रवृत्ति को रोकने और पराली प्रबंधन के लिए किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को इस मसले पर केंद्रीय कृषि, खाद्य व पर्यावरण मंत्रालयोंं के मंत्रियों और प्रभावित राज्योंं के मुख्यमंत्रियों की मीटिंग बुलाने की भी मांग की। इसी संबंध में 5 जुलाई की गई मांग को दोहराते हुए पराली न जलाने वाले किसानों को 100 रुपये प्रति क्विंटल बोनस देने के लिए दखल की मांग की है, जिससे किसान वैज्ञानिक ढंग से फसल के अवशेष का प्रबंध कर सकें।
कैप्टन ने माना है कि राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली सहित उत्तरी भारत के अधिकतर हिस्से में इस समय प्रदूषण की गंभीर समस्या है। यह ज्यादातर पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश के धान की फसल पैदा करने वाले इलाकों में पराली को आग लगाने के कारण है। कैप्टन ने कहा है कि पराली को निपटाने और वैज्ञानिक प्रबंधों के लिए किसानों को बड़ा खर्च उठाना पड़ता है। इस समय पर ऐसी कोई भी तकनीक या जीव विज्ञान प्रणाली नहीं है जो किसानों को आर्थिक तौर पर उत्साहित कर सके।