- लिखा-गुनाहों से नहीं वाकिफ, सितम करते हैं वो, खुदा जाने खता क्या है?
- नाॅन परफॉर्मर कहने वालों को काम गिनाकर दिया जवाब
चंडीगढ़. टि्वटर पर कई दिन शायरी के बाद एफबी पर लाइव हाेकर खुलकर अपनी बात रखने के बावजूद बयानबाजी काे लेकर विवादाें में घिरे नवजाेत सिद्धू काे सीएम से काेई रिस्पांस नहीं मिला। रविवार को सिद्धू ने ट्वीट किया, उन्हें यह फिक्र है हरदम नई तर्जे जफा (बेवफाई) क्या है, हमें भी शौक है कि देखें सितम की इंतहा क्या है, गुनहगारों में शामिल हैं, गुनाहों से नहीं है वाकिफ, सितम करते हैं वो, खुदा जाने खता क्या है? सारा दिन कैप्टन की तरफ से रिएक्शन न आने पर सिद्धू ने शाम सवा अाठ बजे ट्वीट किया, बहादुर कब किसी का आसरा, एहसान लेते हैं, उसी को कर गुजरते हैं जो मन में ठान लेते हैं।
सिद्धू के दाेनाें ट्वीट से साफ है कि वाे बयान जारी कर घेरने वाले कैबिनेट सहयाेगियाें अाैर सीएम से जानना चाहते हैं कि उनकी गलती क्या है? एफबी लाइव में सिद्धू कह चुके हैं कि अगर काेई गलती हुई है ताे वह मानने काे तैयार हैं। शेरो-शायरी से सिद्धू जहां नाराज सहयाेगियाें काे मनाने में जुटे हैं वहीं कह रहे हैं कि विवाद के कारणों से वह अनजान हैं।
विपक्ष के साथ-साथ सरकार में अपने ही सहयाेगियाें द्वारा नाॅन परफाॅर्मर कहने वालाें काे सिद्धू ने जवाब दिया है। सिद्धू के दफ्तर की अाेर से जारी बयान के मुताबिक विभागीय काम में तेजी अाई है अाैर भ्रष्टाचार में कमी अाई है। स्थानीय निकाय विभाग में ई-नक्शा पोर्टल पर अब तक 4 हजार के करीब बिल्डिंगों के नक्शे पास हो चुके हैं। 8800 से अधिक फाइलें दाखिल हो चुकी हैं। पोर्टल पर 1600 के करीब आर्किटेक्ट और इंजीनियर रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
ओबीपीसी सिस्टम से डिजाइन को स्कैन और रिपोर्ट तैयार करने में अधिक से अधिक दो दिन का समय लगता है। औसतन 60 फाइलें राेज पास होती हैं। 3 प्रतिशत फाइलें एक महीने से अधिक समय, 3 प्रतिशत 15 दिन से कम समय और 7 प्रतिशत सात दिनों से अधिक समय से पेंडिंग हैं। विभागीय काम में पारदर्शिता अाैर जवाबदेही बढ़ी है।