श्री बद्री केदार रामलीला कमेटी शहर के युवाओं को कला के क्षेत्र में दे रही बेहतरीन मंच
हर वर्ष की भांति स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों को भी अपनी प्रतिभा निभाने का सुअवसर दिया जा रहा है जिससे उनके भविष्य के लिए नेतृत्व का एक बेहतरीन मंच प्रदान हो सकेः कमेटी के सभापति भूपेन्द्र शर्मा
चंडीगढ़ 12 अक्टूबर 2023ः पिछले 19 वर्षो से सेक्टर 45-46 की श्री बद्री केदार रामलीला कमेटी युवाओं खासकर स्कूल व कॉलेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों में नेतृत्व के गुणों के विकास के साथ साथ उनमें धर्म, प्रथाओं, रीति रिवाजों व संस्कृति का विकास कर रही है। यही कारण है कि इस बार भी रामलीला में युवा बढ़ चढ़ कर भाग ले रहे हैं। जो कि उनको भविष्य में बेहतरीन मंच प्रदान करेगी। यह बात कमेटी के सभापति भूपेन्द्र शर्मा ने कही।
सेक्टर 45-46 की श्री बद्री केदार रामलीला कमेटी द्वारा शहर में 15 अक्टूबर से सेक्टर 46 स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर के पास ग्राउंड में आगाज कर रही है, जो कि 24 अक्टूबर तक आयोजित की जायेगी। उन्होंने बताया कि अनादिकाल से ही धर्म परायण भारतवर्ष में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी के लौकिक चरित्र को नवरात्रों के शुभ अवसर पर प्रति वर्ष रामलीला के रूप में बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है। उनका जीवन चरित्र- चित्रण, दुराचार पर सदाचार, पाप पर पुण्य, दुख पर सुख, अज्ञान पर ज्ञान तथा द्वेष पर प्रेम की विजय का प्रतीक है।
भूपेन्द्र शर्मा ने बताया कि रामलीला एक ऐसा मंचन है जिसमें कलाकार रामायण के विभिन्न पात्रों को सुन व समझकर उसमें खोकर दर्शकों के समक्ष अपनी कला का प्रदर्शन करते है और दर्शकों को भाव विभोर कर देते हैं। दर्शकों को रामायण से बहुत कुछ सीखने को मिलता है उन्हें हमारी संस्कृति व धर्म, रीति रिवाज के बारे में जानकारी प्राप्त होती है और वे अपने सामाजिक दायित्व के बारे में जागरूक होते हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रत्येक अभिभावक का प्रथम कर्तव्य है कि वे बच्चों को रामलीला दिखाने लेकर आएं ताकि उनमें संस्कारी गुणों का विकास हो और वे आध्यात्म की ओर भी अग्रसर हो सके। इससे उनके बच्चे बुरे कामों से भी सदैव अपने आप को बचा कर रखेंगे और सन्मार्ग की ओर बढेंगे।
इतना ही नही, इस बार कमेटी सदस्यों द्वारा सेक्टर 45 व 46 के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में भगवान श्रीराम की जीवन से विद्यार्थियों को अवगत भी करवाएगी। जिसके लिए सदस्यों की टीम गठित कर दी गई है।
रामलीला के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए भूपिंदर शर्मा ने बताया कि रामलीला का मंचन 15 अक्टूबर से 8 बजे रात्रि का रखा गया है। 15 अक्टूबर को रामलीला में नाटकीय तौर पर श्रवण कुमार लीला एवं रावण संवाद; 16 अक्टूबर को राम जन्म, सीता जन्म एवं ताड़िका वध का दृश्य, ; 17 अक्टूबर को धनुष खण्ड, सीता स्वयंवर,परशुराम-लक्ष्मण संवाद का दृश्य, 18 अक्टूबर को राम बारात, सीता-राम विवाह; 19 अक्टूबर को भरत मिलाप, सीता हरण; 20 अक्टूबर को राम-सुग्रीव मिलन, बाली वध, लंका दहन; 21 अक्टूबर को रावण अंगद संवाद; 22 अक्टूबर को लक्ष्मण शक्ति; 23 अक्टूबर को कुम्भकरण, मेघनाथ, रावण वध, 24 अक्टूबर को नन्दीग्राम में राम-भरत मिलाप एवं राज तिलक का दृश्य दिखाया जायेगा। रामलीला में विभिन्न चरित्रों को स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाले ज्यादातर विद्यार्थी भूमिका निभायेंगे।
शर्मा ने बताया कि रामलीला का पंडाल दर्शको की संख्या को देखकर लगाया जायेगा। यहां पर श्रद्धालुओं को पीने का पानी भी समय समय पर दर्शकों को वितरित किया जाता है। उन्होंने बताया कि डेकोरेशन लाइट्स की सहायता से रामलीला का स्टेज को सजाया गया है।
कमेटी के सभापति भूपेंद्र शर्मा के साथ कमेटी के प्रधान आनंद प्रकाश शर्मा, महासचिव बीरपाल सिंह नेगी व अन्यों में बर्फ सिंह बृजमोहन, देवी प्रसाद पूनम कोठारी, धीरज, हर्षपाल, विनोद, महेश, बृजमोहन रावत, पंडित लाखीराम, गोविंद सिंह पवार, हरीश पोखरियाल सुरेंद्र भंडारी मनोरी लाल दिलीप सिंह पवार प्रशांत शर्मा काकू पांडे, मानसिंह बागड़ी, रजनी, मीनू महेश अधिकारी पुनीत अनिल सिंह बिष्ट प्रेम सिंह नेगी उपस्थित थे।