
- मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- सरकार ने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाया, लेकिन सोनिया-राहुल ने अब तक कुछ नहीं कहा
- ‘चुनाव में हार के बाद अध्यक्ष होने के नाते उनकी जिम्मेदारी थी कि वे पार्टी को मजबूत करते, पर उन्होंने ऐसा नहीं किया’
Dainik Bhaskar
Aug 19, 2019, 08:45 AM IST
गोवा. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर फिर निशाना साधा। गोवा में एक कार्यक्रम के दौरान रविवार को उन्होंने राहुल को रणछोड़दास गांधी करार दिया। शिवराज ने कहा कि मैं उम्मीद ही नहीं करता कि राहुल अनुच्छेद 370 हटाने जाने पर कुछ कहेंगे। 5 अगस्त को सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करने का ऐलान किया था।
शिवराज ने कहा, ‘‘कांग्रेस गर्त में जा रही है। मैडम (सोनिया गांधी) और राहुल ने इस बारे में अब तक कुछ नहीं कहा। मैं मांग करता हूं कि सोनिया जी अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस का पक्ष सामने रखें।’’ अनुच्छेद 370 हटाने के बाद राहुल ने कहा था कि ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा हो रही है और लोग मारे जा रहे हैं। राहुल ने यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कश्मीर की स्थिति के बारे में देश को बताएं।
‘राहुल से कोई उम्मीद नहीं’
शिवराज के मुताबिक, ‘‘लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल की जिम्मेदारी थी कि वे अपनी पार्टी को मजबूत करें लेकिन ऐसा करने में वह नाकाम रहे।’’ लोकसभा चुनाव में हार मिलने के बाद राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने परिवार से बाहर के व्यक्ति को अध्यक्ष बनाने की बात कही। हाल ही में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में किसी अन्य के नाम पर रजामंदी नहीं बनी और सोनिया को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया।
‘कांग्रेस तो लोकतांत्रिक तरीके से अध्यक्ष नहीं चुन पा रही’
11 अगस्त को शिवराज ने कहा था, ‘‘लगता है कि कांग्रेस अच्छे नेताओं की कमी से जूझ रही है। जो पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से अपना अध्यक्ष नहीं चुन सकती है, उसे कोई नहीं बचा सकता। एक परिवार, वंशवाद और जातिगत राजनीति करने वाली पार्टी उत्तर प्रदेश और बिहार समेत कई राज्यों में हारी। आम चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में भी जनता ने उन्हें नकार दिया और भाजपा के राष्ट्रवादी और विकास के मॉडल का समर्थन किया।’’
‘‘भाजपा ने पार्टी में अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं की तरक्की के उदाहरण पेश किए हैं। जबकि कांग्रेस एक परिवार से बाहर नहीं निकल पा रही है। कांग्रेस में पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को कोई याद नहीं करता है, क्योंकि वे गांधी परिवार से नहीं थे। उन्होंने मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाया, लेकिन मां-बेटे का नियंत्रण रहा।’’