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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

शाहबाद सहकारी चीनी मिल में 60 किलोलीटर प्रतिदिन क्षमता का एथेनॉल प्लांट लगाने की परियोजना

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चंडीगढ़: हरियाणा सरकार प्रदेश में गन्ने की बढ़ती पैदावार को देखते हुए सभी सहकारी शुगरमिलों की क्षमता को बढ़ाने जा रही है, जिससे गन्ने की पिराई और रिकवरी समय पर होगी। इस पर सरकार ने 1100 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत आएगी।
यह जानकारी  हरियाणा के सहकारिता राज्यमंत्री श्री मनीष कुमार ग्रोवर ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि शाहबाद सहकारी चीनी मिल में 60 किलोलीटर प्रतिदिन क्षमता का एथेनॉल प्लांट लगाने की परियोजना है। इसी प्रकार सोनीपत सहकारी चीनी मिल की वर्तमान पिराई क्षमता 1600 टी0सी0डी0 को बढ़ाकर 2200 टी0सी0डी0 किया जाएगा। पानीपत चीनी मिल के स्थानान्तरण आधुनिकीकरण, बिजली संयत्र और एथेनॉल प्लांट की स्थापना की योजना पर कार्य चल रहा है, जिसके बाद मिल की पिराई क्षमता 5000 टी0सी0डी0 हो जाएगी। उन्हांने कहा कि डाहर, पानीपत चीनी मिल आगामी पिराई सीजन से शुरू हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि सभी सहकारी चीनी मिलों द्वारा सीजन 2017-18 में अब तक कुल 500 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई, जबकि पिछले साल 369 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई थी। उन्होंने बताया कि सहकारी चीनी मिलों द्वारा सीजन 2017-18 की गन्ना राशि का भुगतान किसानों को डिजिटल पेमेंट द्वारा किया जा रहा है। पिछले हफ्ते 200 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है और शेष 110 करोड़ रुपये जल्द ही दे दिये जाएंगे।
उन्होंने बताया कि हैफेड ने आईएमटी, रोहतक में मेगा फूड प्रोजेक्ट की स्थापना का शुरू किया है। जिसके लिए केंद्र सरकार से 50 करोड़ रुपये की ग्रांट मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि इससे लगभग 1500 युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
उन्होंने बताया कि हरियाणा में पहली बार हैफेड ने नैफेड से वर्ष 2018-19 में 2.75 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद की है। इसके अतिरिक्त हैफेड ने सरसों के तेल निकालने के लिए 36,940 मीट्रिक टन सरसों की खरीद की है। उन्होंने कहा कि इससे पहले आज तक कभी भी किसी सरकार ने हरियाणा में सरसों की खरीद नहीं की।
श्री ग्रोवर ने बताया कि हरियाणा में डेयरी सहकारी समितियों ने 01 अप्रैल 2018 से 30 जून 2018 की अवधि के दौरान प्रतिदिन औसतन 4.02 लाख लीटर दूध की खरीद की है। दुग्ध समितियों के माध्यम से वर्ष 2012-13 में 3.86 लाख लीटर प्रतिदिन, वर्ष2013-14 में 4.03 लाख लीटर प्रतिदिन, वर्ष 2014-15 में 4.39 लाख लीटर प्रतिदिन, वर्ष 2015-16 में 4.50 लाख लीटर प्रतिदिन, वर्ष 2016-17 में 4.51 लाख लीटर प्रतिदिन, वर्ष 2017-18 में 5.62 लाख लीटर प्रतिदिन दूध इक_े किया गया। उन्होंने बताया कि वीटा मिल्क प्लांट कुरूक्षेत्र द्वारा 3100 लीटर ए-2 दूध प्रतिदिन सप्लाई किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत वर्ष 2015-16 में 23.51 करोड, वर्ष 2016-17 मे 31.17 करोड़ व वर्ष 2017-18 में  38.50 करोड़ रूपये की राशि का अनुदान हरियाणा के लगभग 1 लाख 10 हजार सहकारी दुग्धउत्पादकों को प्रति वर्ष (अप्रैल से सितम्बर तक) दिया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-19 में 5 रूपये प्रतिलिटर के हिसाब से प्रोत्साहन राशि का वितरण हरियाणा के लगभग 88 हजार सहकारी दुग्ध उत्पादकों को सीधे उनके खातों में किया जा रहा है।
श्री ग्रोवर ने बाया कि सहकारी समितियों के दुग्ध उत्पादको की बेटी की शादी पर कन्यादान योजना को वर्ष 2018-19 में भी लागू किया गया है। इस योजना के अन्तर्गत मार्च 2015 से जून 2018 तक 1580 कन्याओं की शादी के लिए   17.39 लाख रूपयेकी राशि दी गई है। सहकारी समितियों के दुग्ध उत्पादको के बच्चों द्वारा 10वीं एवं 12वीं कक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने पर छात्रवृत्ति योजना के अन्तर्गत मार्च 2015 से जून 2018 तक 1845 स्कूली विद्यार्थियों को 63.58 लाख रूपये की राशि कावितरण किया गया है। स्वर्ण जयन्ती बाल दुग्ध योजना के अन्तर्गत लगभग 15.22 लाख स्कूली बच्चों को मिड डे मील के तहत सप्ताह में तीन दिन 200 मिली लीटर दूध दिया जा रहा है और अब तक लगभग 607.94 मिट्रिक टन मीठे सुगन्धित स्क्मिड दुग्ध पाउडरकी सप्लाई प्राथमिक शिक्षा विभाग, हरियाणा को की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि सहकारी दुग्ध समितियों के लगभग 50,000 दुग्ध उत्पादकों के लिए 5 लाख रूपये प्रति व्यक्ति की दुर्घटना बीमा योजना 1 मार्च, 2015 से लागू की गई है। इस योजना को वर्ष 2018-19 में भी लागू किया गया है। इस योजना के अन्तर्गतअब तक 22 बीमा दावों का निपटारा बीमा कम्पनी द्वारा इस योजना के अन्तर्गत किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि डेयरी के नवीनीकरण/सुधारीकरण करने की योजना है, जिसके लिए एनडीडीबी ने 5421.25 लाख रूपये की स्वीकृति दे दी है।
उन्होंने बताया कि 2 जुलाई को ही जीन्द प्लांट में 140.16 लाख रूपये की लागत की 5000 लीटर प्रतिदिन क्षमता की दही यूनिट का उद्घाटन किया गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री राजीव जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राम निवास, सहकारी समितिया, हरियाणा के रजिस्ट्रार श्री अनुराग अग्रवाल और हरियाणा डेयरी विकास सहकारी संघ लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मोहम्मद शाइन उपस्थित थे।