नई दिल्ली. भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने ‘#मी टू मूवमेंट’का समर्थन तो किया, लेकिन इस पर चल रही बहस से खुद को दरकिनार कर लिया। ओलिंपिक और विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाली सिंधु ने कहा कि उन्हें अपने करियर के दौरान ऐसी किसी भी अनुभव से दो-चार नहीं होना पड़ा। वे अपने करियर से संतुष्ट हैं। सिंधु बुधवार को यहां एक निजी कंपनी के उत्पाद की लांचिंग के अवसर पर मौजूद थीं। बता दें कि भारत की पूर्व शटलर ज्वाला गुट्टा ने ‘#मी टू मूवमेंट’ के जरिए खुद को मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने की बात कही है।
-
सिंधु ने कहा, ‘मुझे सीनियर्स और कोचेस के बारे में कुछ नहीं पता है। जहां तक मेरी बात है, मैं स्पोर्ट्स सर्किट में कई साल से हूं। यह मेरे लिए अच्छा है। मेरे साथ ऐसी कोई दिक्कत कभी पेश नहीं आई। मैं अपने करियर से संतुष्ट हूं। ’सिंधु से पूछा गया था कि अपने खेल करियर के दौरान क्या उन्हें कभी ऐसे हालात से गुजरना पड़ा।
-
हालांकि उन्होंने मी टू मूवमेंट के मुद्दे पर कहा, ‘जो लोग इस मामले में खुद निकलकर सामने आए और अपनी आपबीती को समाज के सामने रखा, मैं उनका दिल से सम्मान करती हूं। यह वास्तव में अच्छा है कि जिनके साथ ऐसा कुछ हुआ है उन्होंने इन बातों को सामने रखने का साहस दिखाया है।’
-
भविष्य की प्रतियोगिताओं को लेकर सिंधु ने कहा, ‘अभी कुछ और टूर्नामेंट होने हैं। मैं उनमें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पूरी तरह तैयार हूं।’ पेरिस में 23 से 28 अक्टूबर तक योनेक्स फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट होना है। इसमें सिंधु के पास अपनी रैंकिंग सुधारने का मौका है।