दंतेवाड़ा. अपनी विधायक मां देवती कर्मा के खिलाफ बगावत कर नामांकन फार्म भरने वाले छबिंद्र कर्मा ने शुक्रवार को उनके पक्ष में अपना नाम वापस ले लिया। छबिंद्र को मनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को फोन करना पड़ा। दरअसल, छबिंद्र पिछले 10 दिन से निर्दलीय चुनाव लड़ने की जिद पर अड़े थे। उनके समर्थक भी चुनाव लड़ने के लिए जोर दे रहे थे।
राहुल का सुबह फोन आया: सुबह 10:30 बजे राहुल गांधी का कॉल आया तो उन्होंने छबिंद्र का पक्ष सुनते हुए उन्हें पार्टी के लिए काम करने की समझाइश दी और साथ ही पार्टी में सुनहरे भविष्य का भरोसा दिलाया। इसके बाद टीएस सिंहदेव, पार्टी के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया लगातार मोबाइल पर छबिंद्र से संपर्क में बने रहे। दोपहर 1.30 बजे तक कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता छबिंद्र के फैसले पर आशंकित थे।
बेटे की चौखट पर मां ने किया इंतजार: राहुल के फोन के बाद छबिंद्र मान गए। इसके बाद मां बेटे के दरवाजे पर पहुंचीं तो उन्होंने तैयार होकर कलेक्टोरेट के लिए निकलने में वक्त लिया। फिर निकले और नामांकन वापस ले लिया।
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कवर्धा में एक निर्दलीय उम्मीदवार सुनील साहू शुक्रवार को नामांकन की जमानत राशि 10 हजार के सिक्के लेकर निर्वाचन ऑफिस (कलेक्टोरेट) पहुंचे। थैलों में 32 किलो के सिक्के थे। इन सिक्कों में 1 के 3 हजार, 2 के 3 हजार, 5 के 2 हजार और 10 के 2 हजार रुपए के सिक्के थे।
सिक्के देखकर कर्मचारियों ने प्रत्याशी से कहा, ‘सिक्के गिनकर दो। प्रत्याशी बोला- मैं गिनकर लाया हूं। आपको भरोसा नहीं, तो खुद गिन लीजिए। ऐसे में कर्मचारी सिक्के लेने से इनकार भी नहीं कर सकते थे। फिर भी उन्होंने उप-निर्वाचन अधिकारी जेके ध्रुव से पहले अनुमति ली। जब अनुमति मिली तो सिक्कों को गिनने में ही कर्मचारियों को 3 घंटे से ज्यादा समय लग गया।
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मध्यप्रदेश के दमोह में कृषि विकास अधिकारी के ऑफिस में किसानों को बीज के साथ सरकारी योजनाओं के पैम्फलेट बांटने का मामला सामने आया है। कांग्रेसियों की शिकायत पर पहुंचे नायब तहसीलदार ने सारी प्रचार सामग्री जब्त कर गोदाम में रखवा दी और उसे सील कर दिया। किसानों को बीज वितरण के लिए दफ्तर बुलाया गया था। बाद में उन्हें पैम्फलेट भी थमाने लगे।
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सीएम रमन सिंह ने शुक्रवार से चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की। सीएम शहर के मोतीपुर वार्ड पहुंचे, जहां उनके मंच पर आते ही 80 साल की पंचबाई रुमाल में बंधे मुट्ठी भर चावल और 11 रुपए लेकर उन्हें भेंट करने आ गई। पंचबाई ने इसे अपना आशीर्वाद बताया और चाउर वाले बाबा कहकर संबोधित किया। रमन सिंह ने कहा कि पंचबाई ने जो 11 रुपए भेंट किए हैं, वो 11 लाख रुपए की तरह है।