भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ‘जर्सी नंबर 10’ को ‘अनौपचारिक’ तौर पर रिटायर करने निर्णय लिया है. अब टीम इंडिया का कोई क्रिकेटर इसे नहीं पहनेगा. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर 10 नंबर की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरते थे. बीसीसीआई का ये फैसला सचिन को सम्मान देने के लिए है.
सचिन तेंदुलकर नवंबर 2013 में रिटायर हुए थे. 24 साल के क्रिकेट करियर में 10 नंबर की जर्सी उनकी पहचान रही. पाकिस्तान के खिलाफ 10 मार्च 2012 को वन-डे मैच में उन्होंने आखिरी बार 10 नंबर की जर्सी पहनी थी.
सचिन के रिटायरमेंट के बाद से टीम इंडिया के किसी अन्य क्रिकेटर ने जर्सी नंबर 10 का इस्तेमाल नहीं किया है. अगस्त 2017 में मुंबई के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने कोलंबो में अपने पहले वन-डे मैच में 10 नंबर की जर्सी पहनने का निर्णय लिया. हालांकि शार्दुल कुछ खास नहीं कर सके. केवल दो वन-डे मैच खेलने के बाद वह टीम से भी बाहर हो गए. दो वन-डे में वह महज एक विकेट ही ले सके. इसके बाद ठाकुर और बीसीसीआई को लोगों ने सोशल साइट्स पर ट्रोल करना शुरू कर दिया. इसमें ठाकुर का मजाक उड़ाते हुए कहा गया कि वह सचिन बनने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि तब ठाकुर ने इसकी वजह न्यूमेरोलॉजी को बताया था. उनका कहना था उनका जन्म की तारीख 16 अक्टूबर 1991 (16.10.1991) है, अगर इसे जोड़ें तो ये 28 होती है और 2+8 दस के बराबर होता है. हालांकि ठाकुर जब बाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक वार्मअप मैच में लौटे तो उन्होंने 54 नंबर की जर्सी पहन ली.
बीसीसीआई के एक अधिकारी का कहना है कि इससे अनावश्यक विवाद हुआ. इसलिए ज्यादा बेहतर है कि इस नंबर को रिटायर कर दिया जाए. हालांकि खिलाड़ी इंडिया ए या गैर इंटरनेशनल मैचों में इस नंबर की जर्सी का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन इंटरनेशनल मैचों में इसके इस्तेमाल की अनुमति नहीं होगी.
मुंबई इंडियंस ने सचिन के क्रिकेट के सभी फारमेट से संन्यास लेने के बाद वर्ष 2013 जर्सी नंबर 10 को रिटायर कर दिया था.