Mirror 365 - NEWS THAT MATTERS

Dear Friends, Mirror365 launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards www.mirror365.com

Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

राज्यपाल श्री बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि विश्व शांति के लिए श्रीराम कथा जैसे कार्यक्रमों का होना बेहद जरुरी है।

0
310

चण्डीगढ़ 20 नवंबर-राज्यपाल श्री बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि विश्व शांति के लिए श्रीराम कथा जैसे कार्यक्रमों का होना बेहद जरुरी है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और लोगों को प्रेरणा मिलती है। इतना ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव जैसे कार्यक्रमों के दौरान श्रीराम कथा का होना एक अद्भुत संगम है। इस अनोखे संगम से एक नए समाज का सृजन संभव होगा।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय रविवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के मेला क्षेत्र में गीता ज्ञान संस्थानम द्वारा आयोजित श्रीराम कथा के दूसरे दिन के कार्यक्रम में संतों और गणमान्य लोगों के साथ अपने विचारों को साझा कर रहे थे। इससे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, हरियाणा के खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह, सांसद नायब सिंह सैनी, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, विधायक सुभाष सुधा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, उपायुक्त शांतनु शर्मा सहित अन्य संत जनों, अधिकारियों, गणमान्य लोगों के साथ-साथ देश-विदेश से आए हजारों लोगों ने संत मोरारी बापू की श्री राम कथा की अमृत वाणी को एकाग्र मन से सुना।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि मानव मात्र को संस्कारित करने वाली रामकथा में आकर असीम शांति व सुख का अनुभव हो रहा है। ऐसे धार्मिक आयोजनों से समाज में सुख, शांति व समरसता आती है। रामकथा सुनकर सकारात्मक विचार आते हैं और लोग नकारात्मकता से बाहर आते हैं। इस प्रकार रामकथा विश्व के कल्याण का सूत्र है। धार्मिक आयोजनों से मन में स्वच्छता और संतुष्टि मिलती है, जो शांतिमय जीवन के लिए बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम और आदर्श के प्रतिष्ठापक हैं। इस भारत भूमि के वे इतिहास ही नहीं, वर्तमान और भविष्य भी हैं। राम सृष्टि के कण-कण में विद्यमान हैं। वे अन्न और जल के समान सुलभ है।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि 5159 वर्ष पूर्व भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर अर्जुन का मोहभंग करने और कर्म करने का संदेश दिया। यह गीता के उपदेश आज भी पूरी दुनिया के लिए पूर्णतरू प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि 31 सालों के बाद एक बार फिर से संत मोरारी बापू की श्री राम कथा को सुनने का अवसर कुरुक्षेत्र ही नहीं हरियाणा प्रदेश वासियों को मिला है। इस कथा से पूरी मानवता को एक नई प्रेरणा मिलेगी। इस कार्यक्रम में वृंदावन रमणरेती से कासनी स्वामी गुरु शरणानंद महाराज, मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच, केयूके के कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा आदि उपस्थित थे।
कैप्शन1-हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय रविवार को कुरूक्षेत्र के मेला ग्राउंड में सन्त मोरारी बापू जी के श्रीमुख से श्री राम कथा का श्रवण करते हुए।