- राजनाथ सिंह के साथ सियाचिन में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत मौजूद रहेंगे
- राजनाथ ने तीनों सेना प्रमुखों को चुनौतियों और कामकाज पर अलग-अलग रिपोर्ट तैयार करने को कहा
नई दिल्ली. रक्षा मंत्री बनने के बाद राजनाथ सिंह आज अपना पहला दौरा सियाचिन का करेंगे। यहां उनके साथ सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के अलावा सुरक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। विश्व के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर राजनाथ भारत और पाकिस्तान के बीच सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। उत्तरी सेना के कमांडर ले. जनरल रणबीर सिंह, 14 कॉर्प्स कमांडर और करगिल युद्ध के नायक रहे ले. जनरल वाईके जोशी रक्षा मंत्री को सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी देंगे।
पदभार संभालने के बाद राजनाथ ने रावत, एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ और नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने रक्षा सचिव संजय मित्रा और तीन वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर अपने मंत्रालय के अधीन आने वाले कार्यों और प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी ली। पिछली मोदी सरकार में राजनाथ गृह मंत्री थे। इस बार यह मंत्रालय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को दिया गया है।
तीनों सेना प्रमुख के साथ जल्द एक बैठक करेंगे
पदभार संभालने से पहले राजनाथ ने दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी। इसके बाद उन्होंने तीनों सेना प्रमुखों को अपने-अपने बलों की चुनौतियों और कामकाज पर अलग-अलग रिपोर्ट तैयार करने को कहा। इसकी जल्द ही एक बैठक में समीक्षा की जाएगी।
सियाचिन में मोदी ने दिवाली और सीतारमण ने दशहरा मनाया था
पिछली मोदी सरकार में रक्षा मंत्री रहीं निर्मला सीतारमण सियाचिन में सैनिकों के साथ दशहरा मना चुकी हैं। सीतारमण ने 30 सितंबर 2017 को सियाचिन और लद्दाख की अग्रिम चौकियों पर सैनिकों के साथ त्योहार मनाया था। साथ ही उन्होंने लेह को काराकोरम से जोड़ने वाले एक पुल का उद्घाटन भी किया था। रक्षा मंत्री ने कहा था कि सरकार हर वक्त और सभी परिस्थितियों में सेना और उनके परिवार के साथ है। 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने भी सियाचिन में सैनिकों के साथ दिवाली मनाई थी।