
- भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मंत्रिमंडल पर चर्चा कर सकते हैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर
- हरियाणा विधानसभा के नए सत्र में विधायकों की शपथ के बाद हो सकता है मंत्रियों की शपथ समारोह
Dainik Bhaskar
Oct 29, 2019, 09:41 AM IST
पानीपत. हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की पहली कैबिनेट बैठक मंगलवार को दिल्ली में हो सकती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दिल्ली में हैं और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी यहां पहुंचेंगे। कैबिनेट बैठक में 13वीं विधानसभा भंग कर 14वीं विधानसभा का पहला सत्र बुलाए जाने की तारीख तय होगी। इसमें विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। दूसरी ओर, दोनों पार्टियों में मंत्री पद दिए जाने काे लेकर भी मंथन चल रहा है।
13वीं विधानसभा का कार्यकाल 2 नवंबर को पूरा हो रहा है। ऐसे में विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए पहले कैबिनेट की मीटिंग होगी। अभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की ही शपथ हुई है। इसलिए ये दोनों ही कैबिनेट बैठक कर विधानसभा सत्र की तारीख तय करेंगे।
मंत्रिमंडल में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधे जाएंगे
- मुख्यमंत्री खट्टर शीर्ष नेतृत्व के साथ मंत्रियों के नामों पर मंथन करेंगे। वैश्य समाज से दीपक मंगला मंत्री की रेस में हैं। कमल गुप्ता और ज्ञानचंद गुप्ता का नाम स्पीकर के लिए चल रहा है। अनिल विज, कंवर पाल गुर्जर और डॉ. बनवारी लाल के मंत्री बनने की संभावना है। बड़खल से दूसरी बार जीतीं सीमा त्रिखा का नाम मंत्री पद के लिए चल रहा है। रोड बिरादरी से हरविंद्र कल्याण मंत्री बन सकते हैं।
- ब्राह्मण कोटे से बल्लभगढ़ से दूसरी बार जीते मूलचंद शर्मा को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। अहीरवाल से डॉ. अभय सिंह यादव भी दौड़ में हैं। जाट समुदाय से भी एक मंत्री बनना तय माना जा रहा है। एक-दो निर्दलीय को भी मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं, जजपा ब्राह्मण कोटे से रामकुमार गौतम काे कैबिनेट मंत्री के साथ एक मंत्री एससी को दे सकती है। इनमें ईश्वर सिंह और रामकरण काला का नाम चर्चा में है।
सीटें कम आने के कारणों का मंथन करेंगे: खट्टर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल सोमवार को करनाल में लोगों से मिले। उन्होंने कहा, ”दोनों पार्टियां मिलकर प्रदेश को 5 साल अच्छा शासन देंगी। भाजपा 75 पार का टारगेट लेकर चली थी। कुछ ऐसे कारण बने, जिससे सीटें कम हो गईं। इसकी समीक्षा की जाएगी। कुछ कारणों का पता भी चल गया है। जजपा के जनसेवा पत्र और भाजपा के संकल्प पत्र के बारे में कहा कि रेवेन्यू के नए सोर्स तलाशे जाएंगे।”