पानीपत.बुड़शाम गांव में सोमवार दोपहर को पिता के हिस्से की जमीन पर जबरन बुवाई कर रहे छोटे बेटे व उसके साले को रोका तो दोनों ने 70 वर्षीय पिता की हत्या कर दी। बीच-बचाव कर रही मां को भी दोनों ने पीटा। हत्या के बाद वे मौके से भाग गए।
बड़े बेटे ने आरोप लगाया कि करीब डेढ़ माह पहले छोटा भाई पिस्तौल लेकर पिता के पीछे भागा था, तब पिता ने समालखा थाने और सीएम विंडो पर शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की। अगर तब ठोस कार्रवाई हो जाती तो यह हत्या नहीं होती। बड़े बेटे के बयान पर पुलिस ने दोनों पर हत्या का केस दर्ज किया है। वहीं मां को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुड़शाम गांव के 70 वर्षीय बिशन सिंह खेतीबाड़ी करते थे। दो बेटे बड़ा जगबीर और छोटा नरेंद्र है। पत्नी ओमवती ने बताया कि उनके पास 19 बीघा जमीन है। 10 साल पहले सब अलग हो गए थे। जमीन के तीन हिस्से हुए थे। 7-7 बीघा दोनों बेटों को मिली।
5 बीघा पर माता-पिता खेती करते थे। माता-पिता बड़े बेटे के पास रहते थे। आरोपी नरेंद्र माता-पिता की जमीन पर पिछले कुछ समय से कब्जा करना चाहता था, इसको लेकर विवाद रहता था। इसी को लेकर नरेंद्र और उसके साले सोनीपत के बुसाना गांव के मंत्री ने बिशनसिंह की हत्या कर दी। बिशन की तीन बहनें हैं, सभी शादीशुदा हैं।
रोते हुए मां बोली- जान बचाकर भाग रहे थे, पीछाकर गला दबाकर लातों से मारा :
खेत में कटाई के बाद बचे अवशेषों से जीरी लेने के लिए पति के साथ खेत में गई थी। वहां पर छोटा बेटा नरेंद्र और उसका साला मंत्री हमारी हिस्से की पांच बीघा जमीन पर ट्रैक्टर से गेहूं की बुवाई कर रहे थे। ट्रैक्टर साले का था। उन्हें रोका तो दोनों उल्टा-सीधा बोलने लगे।
बेटा मोबाइल में हमारी फोटो खींचने लगा। इसलिए हम दोनों पैदल घर आने लगे। करीब एक किला दूर बेटा और उसका साला दौड़ते हुए पीछे से आए। पति का गला दबाकर नीचे पटक दिया। दोनों ने लात-घूसों से मारपीट की। गुप्तांग व छाती पर लातें मारी, जिससे पति बेहोश हो गए। मैंने बचाने की कोशिश की तो मुझे भी बुरी तरह पीटा।(जैसा कि मृतक बिशन सिंह की पत्नी ओमवती ने बताया।)
ओमवती ने बड़े बेटे को फोन कर बताया पिता बेहोश पड़े हैं :
हत्या के बाद छोटा बेटा और उसका साला मौके से भाग गए। ओमवती ने बड़े बेटे जगबीर को फोन करके बताया कि तेरे पिता खेत में बेहोश पड़े हैं। साथ ही 100 नंबर पर फोन करके पुलिस को भी सूचना दी। जगबीर ने बताया कि वह पानीपत आया था।
यहां से खेत में पहुंचा तो तब तक पिता की मौत हो चुकी थी और आरोपी भाग चुके थे। आरोपी छोटा बेटा पानीपत के एक निजी अस्पताल में नौकरी करता है। उसके दो बेटे हैं।
हे राम! कौन से कर्मों की सजा बुढ़ापे में दी है ।
दो हवलदारों पर रुपए लेकर कार्रवाई न करने का आरोप :
बड़े बेटे जगबीर ने बताया कि अगस्त माह में नरेंद्र पिस्तौल लेकर पिता के पीछे भाग था। तब पिता ने समालखा थाने और सीएम विंडो पर शिकायत दी थी। आरोप है कि समालखा थाने के दो हवलदारों ने रुपए लेकर आरोपियों से मिलीभगत करके कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टा माता-पिता को ही थाने से धक्का देकर भगा दिया था। आरोपियों की खातिरदारी की।
नरेंद्र व उसके साले मंत्री के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया। शाम होने की वजह से पोस्टमार्टम नहीं हो पाया, मंगलवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराएंगे। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। – गुरुविंदर सिंह, एसएचओ, समालखा थाना
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