एक साल पहले पंजाब स्टेट पाॅवर कॉर्पोरेशन ने जीरकपुर में बिजली व्यवस्था में बड़ा सुधार करने का दावा कर दो सब डिवीजन बनाए। इसका फायदा पावरकाम को तो है पर शहर की पब्लिक को अब भी एक ही ऑफिस में अपने तमाम कामों के लिए जाना पड़ रहा है। दो सब डिवीजन बनने के बाद पवरकाम के शहर में दो ऑफिस बनाए जाने थे। उनमें पब्लिक के तमाम काम होने थे । बिजली सप्लाई, बिल संबंधी शिकायतों का निपटाना, नए कनेक्शन के लिए अप्लाई करने, बिल ठीक करने समेत अन्य कामों के लिए जीरकपुर में दो हिस्सों में दो सब डिवीजन बनाए गए। एक सबडिवीजन जीरकपुर तो दूसरा ढकौली बनाया गया।
दावा था कि बिजली के कामों के लिए नहीं जाना पड़ेगा जीरकपुर: पहले की तरह अब भी पूरे जीरकपुर शहर और इसके आसपास के गावों के लिए एक ही सबडिवीजन से बिजली सप्लाई, बिलों का भुगतान, नए कनेक्शन देने और मेंटेनेंस का काम होता था। अब भी वहीं हो रहा है।
एक सबडिवीजन पर दो का भार : 30 से 40 हजार कंज्यूमर्स पर एक सब डिवीजन बनती है। यह संख्या जीरकपुर मेंं साल 2012 के आसपास थी। अब यहां 80 हजार बिजली कनेक्शन हो गए हैं, इसलिए यहां दो सब डिवीजन का होना बहुत जरूरत है। ढकोली सब डिवीजन में पब्लिक डीलिंग होती तो यहां के लोगों को बिजली के कामों के लिए जीरकपुर नहीं जाना पडृ़ता।
ढकोली सब डिवीजन के दायरे मेंं आएगा यह एरिया: ढकोली सब डिवीजन में पीरमुछल्ला, किशनपुरा, गाजीपुर ढकोली, ढकोला, नगला, बलटाना का कुछ हिस्सा, व आसपास का एरिया आएगा।
इस एरिया के लोगांे को नया कनेक्शन लेना हो, बिल संबंधी जानकारी और पॉवरकट लगने के बाद शिकायत देनी हो तो इसे ढकोली सब डिवीजन ही देख्रना था। यहां अलग से एसडीओ और स्टाफ तैनात किया जाना था। क्लेरिकल स्टाफ भी अलग से तैनात किया जाना था। इसी तरह जीरकपुर सब डिवीजन में जीरकुपर, वीआईपी रोड, चंडीगढ़ अंबाला रोड, पभात, पटियाला रोड व आसपास का एरिया जोड़ा गया है।
दो सब डिवीजन बनाने से नहीं हुआ पब्लिक को फायदा, अपने काम के लिए जाना पड़ रहा जीरकपुर आफिस
िबजली सिस्टम काे अपग्रेड करना हा़े या पब्लिक के हित के लिए दो सबडिवीजन: पावरकाम अभी भी पीछे