चंडीगढ़
जनवरी 8, 2018
नेशनल मीडिया कॉन्फेडेरेशन (एनएमसी) ने भारतीय विशिष्ठ पहचान प्राधीकरण (यूआईडीएआई) द्वारा द ट्रिब्यून की पत्रकार रचना खैरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कड़ी निंदा की है। द ट्रिब्यून में पिछले दिनों खबर छपी थी जिसमें खैरा ने रिपोर्ट किया था कि किस तरह कुछ पैसे देकर आधार का डेटा आसानी खरीदा जा सकता है।
इस मामले में कड़ी आपत्ति जताते हुए एनएमसी की संस्थापक पुष्पा पांडेय ने कहा, “पत्रकार की कड़ी मेहनत और कोशिश की सराहना करने के बजाए सरकारी विभाग ने उनके खिलाफ धारा 419, 420, 468, 471 और आईटी एक्ट एवं आधार एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की। हम मामले की निष्पक्ष समीक्षा और पत्रकार के खिलाफ एफआईआर को जल्द वापस लेने की मांग करते हैं। पत्रकार को कोई निजी एजेंडा नहीं था और उनका काम मौजूदा प्रणाली में कमियों को उजागर करना है। एक तरफ प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया को प्रोमोट कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ सरकारी विभाग आज़ाद मीडिया की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रहा है। हम इस पत्रकार और उसके संगठन के साथ खड़े ह�