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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

नांदेड़ साहिब में सिर्फ टेंपरेचर जांचा गया वहां एक बार भी नहीं हुआ कोरोना टेस्ट

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  • श्री हजूर साहिब से लौटे श्रद्धालुओं ने महाराष्ट्र की सरकार के दावे को बताया झूठा
  • सिद्धू का दावा- पंजाब आने से पहले कोरोना की चपेट में आ चुके थे श्रद्धालु

दैनिक भास्कर

May 04, 2020, 07:28 AM IST

बठिंडा. कोरोना वायरस की पीड़ा से जूझ रहे महाराष्ट्र के नांदेड़़ के श्री हजूर साहिब से 250 यात्रियों का पहला जत्था 26 अप्रैल सुबह बठिंडा पहुंचा था। इनमें 21 श्रद्धालु बठिंडा जिले के थे। यहां आने पर इनके गले के स्वैब का सैंपल सेहत विभाग के कोरोना सेल ने सिविल अस्पताल में लिया। इनमें एक पुरुष और महिला पॉजीटिव पाए गए। जबकि उनके बाद जिला बठिंडा में करीब 176 श्रद्धालु वापस लौटे जिसमें 33 केसों की रिपोर्ट शनिवार रात को पॉजिटिव आई। इसमें पीआरटीसी की किलोमीटर स्कीम का ड्राइवर और मैकेनिक भी शामिल है, जबकि बाकी छह अन्य की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

भास्कर ने फोन पर कोरोना पॉजिटिव और कुछ निगेटिव आने वाले लोगों से हालात जानने की कोशिश की। पॉजीटिव आए बलविंदर सिंह और निगेटिव आने वाले जोगिंदर सिंह ने बताया कि श्री हजूर साहिब में करीब डेढ़ माह रहे थे। उन्हें गुरुद्वारा साहिब परिसर में कमरे मिले थे। वहां दरबार में लोग चेहरा तक नहीं ढकते थे। वहां करीब 300 लोग थे। डाॅक्टरों दो दिन में शरीर का तापमान चेक करने आते थे। महाराष्ट्र सरकार झूठ बाेल रही है। वहां किसी का कोरोना टेस्ट नहीं किया।

चलते समय गुरुद्वारा साहिब से मिला था पैक लंगर

बलविंदर सिंह के अनुसार चलते समय गुरुद्वारा साहिब से ही पैक लंगर दिया गया था। रास्ते में उन्हें ट्रांसपोर्टर ने लंगर व पानी का बसों में इंतजाम किया। रास्ते में दो जगह चाय के लिए रुके थे। वहीं, सरकारी बस पर 29 अप्रैल को पहुंचे बठिंडा के मक्खन सिंह और उनकी मौसी पॉजीटिव आई हैं। उन्हाेंने कहा कि उनकी बस लंगर के लिए एक बार मध्य प्रदेश और चाय लंगर के लिए राजस्थान के सरदार शहर व हनुमानगढ़ में रुकी थी। नांदेड़ साहिब में टेंपरेचर नोट करने के अलावा कोई टेस्ट नहीं हुआ।

श्रद्धालुओं को लाने में चूक के बाद अब बनाई टास्क फोर्स
नांदेड़ साहिब से श्रद्धालुओं को लाने में हुई चूक के बाद सरकार ने कोरोनावायरस के फैलाव को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाया है। अब सरकार ने दूसरे राज्यों से पंजाब लाए जाने वाले श्रद्धालुओं, छात्रों, कामगारों के लिए एक एसटीएफ का गठन किया है। वे सुनिश्चित करेंगे कि जिस राज्य से व्यक्ति को लाया जा रहा वहां उसकी जांच हुई हो। इसके बाद यहां लाने पर भी टेस्ट होगा। ताकि संक्रमण को रोका जा सके।

इधर, कोरोना पर सियासत गरमाई

  • नांदेड़ में कोरोना फैलना पंजाब की गलती: चव्हाण
    महाराष्ट्र सरकार के मंत्री अशोक चव्हाण का  दावा है कि पंजाब से आई 78 बसों में भेजे गए सभी श्रद्धालुओं के टेस्ट हमने कराए थे। यहां से जाने तक किसी में कोरोना के लक्षण नहीं थे। नांदेड़़ में पंजाब की गलती से संक्रमण फैला हुआ है।
  • अफवाह फैलाने के लिए माफी मांगें सुखबीर: सिद्धू 
    स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि नांदेड़ साहिब से लौटे श्रद्धालु पंजाब आने से पहले ही कोरोना की चपेट में आ चुके थे। झूठा बयान देना कोरोना के विरुद्ध जंग लड़ रहे कर्मियों का हौसला तोड़ने का गुनाह है। सुखबीर बादल समेत सभी नेता माफी मांगें।
  • कोरोना बेकाबू होने में सरकार जिम्मेदार:चीमा
    नेता विपक्ष हरपाल चीमा ने कहा कि कर्फ्यू के बाद भी कोरोना काबू नहीं आ रहा तो इसके लिए सरकारें जिम्मेदार हैं। श्री हजूर साहिब से आई सिख संगत पर गैर-जरूरी टिप्पणियां पर रोक लगनी चाहिए।
  • सिद्दू को बर्खास्त करें कैप्टन : मजीठिया
    शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि संगत को गंदी इमारतों में रखा गया है। उनहें एसजीपीसी की सरायों में रखें। सिख जत्थेबंदियां उनकी देखभाल करेंगी। अव्यवस्था के लिए कैप्टन सिद्धू को बर्खास्त करें।