चंडीगढ़.पंजाब में नशे के खिलाफ मुहिम में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने संयुक्त राष्ट्र के यूएनओडीसी से सहयोग की मांग की है। अफगानिस्तान से नशे की तस्करी से निपटने के लिए यूएनओडीसी की तीन दिवसीय वर्कशाप के उद्घाटन पर कैप्टन ने कहा, नशे की समस्या सीमा पार सुनियोजित साजिश का हिस्सा है।
वर्कशाप का आयोजन यूएनओडीसी के दक्षिणी एशिया के क्षेत्रीय दफ्तर के इंचार्ज सरगे कैपीनोस ने किया। सीएम ने कहा, चाहे विशेष टास्क फोर्स और अन्य एजेंसियों ने मध्यम दर्ज के नशा तस्करों पर नकेल डालने में सफलता हासिल कर ली है लेकिन बड़े तस्करों को भी पकड़ने की जरूरत है। सीएम ने भरोसा ज़ाहिर किया कि उनकी सरकार नशे के कारोबार को जड़ से उखाड़ देगी। यूएनओडीसी नशे के कारोबार की बड़ी मछलियों की पहचान करके राज्य की मदद कर सकती है।
पंचकूला में सांझा कंट्रोल रूम :सीएम ने नशे के खात्मे के लिए उठाए गए कदमों का जि़क्र करते हुए कहा कि इस संबंधी पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर साझी रणनीति बनाने की पेशकश की है। हरियाणा के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बुलाई गई मीटिंग के दौरान पंचकुला में एक सांझा कंट्रोल रूम स्थापित करने का फैसला लिया गया है।
अफगानिस्तान से आ रही है हीरोइन :वर्कशाप में ‘अफगानिस्तान अफ़ीम सर्वे-2017’ के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया गया कि 2017 में अफगानिस्तान में अफ़ीम की खेती उच्च रिकार्ड पर पहुंच गई है। 2016 में अनुमानित 201,000 हेक्टेयर से बढ़कर 328,000 तक पहुंची है। रिपोर्ट के मुताबिक हर वर्ष अफगानिस्तान में हज़ारों टन अफ़ीम की पैदावार होती है और इसको हेरोइन में बदल कर दुनिया भर में पहुंचाया जाता है।
लड़कियों के नशा करने के पोस्ट पर जताई चिंता :नौजवान लड़कियों की नशा करने संबंधी फेसबुक पोस्टों का जि़क्र करते हुए मुख्यमंत्री ने इस खतरनाक रुझान पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस समस्या से निपटने के लिए पूरा जोर लगाएगी।
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