नगर निगम आयुक्त पर भाजपा के साथ भेदभाव व कांग्रेस के प्रभाव में काम करने के आरोप
चंडीगढ सुनीता शास्त्री।
भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ के प्रदेश महासचिव रामवीर भट्टी एवं चंद्रशेखर ने चंडीगढ़ नगर निगम के आयुक्त पर भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ भेदभाव करने और कांग्रेस के प्रभाव में काम करने के गंभीर आरोप लगाएप्रेस को जारी एक बयान में दोनों नेताओं ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा नगर निगम कार्यालय को ताला लगाने की घटना पर निगम आयुक्त द्वारा कोई कार्रवाई न किये जाने पर उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा की सरकारी इमारत पर ताला लगाने के बावजूद कांग्रेस नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई जबकि भाजपा कार्यकर्ता निगम आयुक्त से मिलने जाते हैं तो उन्हें बेवजह इन्तजार करवाया जाता है और झूठी शिकायतें दर्ज करवाई जाती हैं। इससे यह सिद्ध होता है कि निगम अधिकारियों और कांग्रेस पार्टी की मिलीभगत है और भाजपा को बदनाम करने के लिए शहर के विकास कार्यों को जानबूझकर ठप्प किया जा रहा है। ऐसे अधिकारियों को यह समझना चाहिए कि जनता की गाढ़े पसीने की कमाई से वे वेतन-भत्ता, गाड़ी-घोड़ा और अन्य सुविधाएं प्राप्त कर रहे है और इसके बदले में उन्हें जनकल्याण के कार्य प्राथमिकता पर करने चाहिए न कि टालमटोल का रवैया अपनाना चाहिए। भट्टी ने कहा कि निगम आयुक्त को नगर निगम सदन में 35 पार्षदों के बैठने से तो कोरोना संक्रमण का भय सता रहा है लेकिन निगम कार्यालय के बाहर इतने लोगों के एकत्र होने से कोरोना संक्रमण नहीं हो रहा है। निगम पार्षदों के बैठक से अनुपस्थित रहने के बारे में निगम आयुक्त द्वारा की गई अनर्गल बयानबाजी पर कठोर टिप्पणी करते हुए भट्टी ने कहा कि पार्षद शहर की जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि हैं और अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं, उन्हें निगम आयुक्त की सलाह की आवश्यकता नहीं है। निगम आयुक्त को राजनीति करने का यदि इतना ही शौक है तो उन्हें अपनी नौकरी से त्यागपत्र देकर जनता के बीच जाकर चुनाव लडक़र सदन में आना चाहिए ।