जकार्ता. रूस की पेंटर ओल्गा बेल्का समुद्र के अंदर का जीवन दर्शाती अपनी पेंटिंग्स के लिए दुनियाभर में मशहूरहैं। कला कद्रदानोंका कहना है कि ओल्गा की पेंटिंग्स काफी जीवंत होती हैं। हालांकि, कम ही लोग जानते हैं किओल्गा पेंटिंग्स बनाने के लिए हर बार ऑक्सीजन सिलेंडर के साथसमुद्र में उतरती हैं। पानी के नीचे ही वेसमुद्र की खूबसूरती और जलीय जीवों केचित्र तैयार करती हैं।
हाल ही में ओल्गा ने मॉडल सोनिया गलाटा के साथ अपना अंडरवॉटर प्रोजेक्ट पूरा किया। इसमें उन्होंने सोनिया को समुद्र के अंदर ले जाकर उनकी पेंटिंग बनाई। यह पेंटिंग भी जल्द ही उनकी बाकी अंडरवॉटर पेंटिंग के साथ आर्ट एग्जीबिशन में रखी जाएगी।
छह घंटे समुद्र के अंदर रहना खतरे से भरा
ओल्गा अपनी हर पेंटिंग बनाने में दो से छहघंटे का समय लेती हैं। आम लोगों के लिए इतनी देर तक समुद्र के अंदर रहना खतरे भरा है। लेकिन ओल्गा खुद अनुभवी डीप सी डाइवर हैं। ओल्गा के मुताबिक, अपनी पेंटिग से वे उन लोगों को समुद्र की दुनिया दिखाना चाहती हैं, जो खुद गहराइयों में उतरकर इसे नहीं देख सकते। ओल्गा का कहना है कि समुद्र उनकी प्रेरणा का स्रोत है, इसलिए वे समुद्र के अंदर की सुंदरता दुनिया के साथ साझा करना चाहती हैं।
वॉटरप्रूफ कैनवास और ऑयल पेंट्स का इस्तेमाल
समुद्र के अंदर पेंटिंग करने के लिए ओल्गा अपने साथ वॉटरप्रूफ कैनवास ले जाती हैं। आमतौर पर इन विशेष कैनवास में वैक्स की कोटिंग होती है, जिससे यह गलने से बच जाते हैं। पानी के अंदर रंग के तौर पर ऑयल पेंट्स का इस्तेमाल होता है। चूंकि तेल और पानी आपस में मिक्स नहीं हो सकते, इसलिए रंग पेंटिंग में जम जाते हैं।
खुद को 10 किलो वजन से बांधकर रखना पड़ता है
आर्टिस्ट को पानी के अंदर पेंटिंग करने में सबसे ज्यादा मुश्किल खुद का संतुलन बनाने में आती है। दरअसल, खारे पानी में इंसानी शरीर का घनत्व काफी कम होता है। इसलिए वह ज्यादा देर तक गहराई में नहीं ठहर सकता। प्रोफेशनल पेंटर इस स्थिति में खुद को स्थिर रखने के लिए 8 से 10किलो वजन से खुद को बांध कर रखते हैं, ताकि संतुलन बना रहे।
लोगों को भी गोताखोरी सिखाती हैं
ओल्गा खुद को अंडरवॉटर पेंटर ही मानती हैं। आम दिनों में वे लोगों को डाइविंग भी सिखाती हैं। उनसे डाइविंग सीखने आने वाले भी उनकी कला के बारे में काफी जानते हैं। ओल्गा की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी एक पेंटिंग की नीलामी की शुरुआत ही तीन हजार डॉलर (करीब दोलाख रुपए) से होती है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today