- 597 मतदान केंद्रों पर 6 लाख से अधिक मतदाता डालेंगे वोट
- 2014 में भाजपा प्रत्यााशी किरण खेर ने पवन बंसल को हराया था
चंडीगढ़. केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में सात बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। भाजपा प्रत्याशी किरण खेर और कांग्रेस के टिकट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल समेत 34 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। चंडीगढ़ में 597 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 230 बूथ संवेदनशील हैं। चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर 6,46,084 से अधिक मतदाता हैं। इसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 3,41,640 और महिला मतदाताओं की संख्या 3,04,423 है।
मतदान अपडेट्स
- ईडब्लयु फ्लैट्स धनास से पहली बार वोट डालने पहुंचीं, खुशबू, नेहा और पूजा बेहद उत्साहित दिखीं। बोलीं कि आज देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास हो रहा है।
- चंडीगढ़ में सुबह 9 बजे तक 10.40 प्रतिशत वोटिंग हुई
- जनरल इलेक्शंस में पहली बार थर्ड जेंडर के अंतर्गत वोट डालने का हक मिला है। इसलिए बूथ नंबर 102 पर पहली वोट डालने के बाद सिटी बेस्ड ट्रांसजेंडर धनंजय चौहान काफी उत्साहित दिखे। उन्हें और देश के सभी ट्रांसजेंडर्स को यह हक दिलाने के लिए उन्होंने भारत सरकार का धन्यवाद किया।
सुरक्षा के ऐसे इंतजाम: मतदान को सकुशल कराने के लिए चंडीगढ़ पुलिस के 5 हजार जवानों सहित केंद्रीय सुरक्षा बलों की 5 कंपनी, सीआरपीएफ की 6 सेक्शन और चंडीगढ़ पुलिस की 3 क्विक रिएक्शन टीमों को तैनात किया गया है।
चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर बीते तीन लोकसभा चुनावों की बात की जाए तो दो बार पवन बसंल और एक बार किरण खेर ने जीत दर्ज की है। किरण खेर, अभिनेता अनुपम खेर की पत्नी हैं। 2004 और 2009 के चुनाव में पवन बंसल ने भाजपा प्रत्याशी सत्यपाल जैन को हराया था।
हालांकि, 2014 में मोदी लहर में इस सीट पर भाजपा के टिकट पर किरण खेर ने पवन बंसल को हराकर जीत दर्ज की थी। किरण ने बंसल को 69 हजार से अधिक वोटों से हराया था। तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी प्रत्याशी गुलकीरत कौर पनाग रहीं। उन्हें एक लाख से अधिक वोट मिले थे।
त्रिकोणीय मुकाबले के भी आसार: आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ सीट पर हरमोहन धवन को मैदान में उतारा है। धवन 1989 में जनता दल की टिकट पर यहां से सांसद रह चुके हैं। धवन की शहर के तबके पर मजबूत पकड़ है। ऐसे में धवन की जीत हो या न हो, लेकिन वह भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी की जीत का गणित जरूर बिगाड़ सकते हैं।