पटियाला। पंजाब में इन दिनों हिंदू नेताओं और अन्य धार्मिक शख्सियतों पर हो रहे हमलों के मामले में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कहा कि इन घटनाओं के पीछे आतंकवादी हैं, क्योंकि पाकिस्तान नहीं चाहता है कि पंजाब में शांति बनी रहे। ये हमले पाकिस्तान की शह पर ही हो रहे हैं। कैप्टन ने यह बात दैनिक जागरण द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खालिस्तान समर्थक ही ऐसी घटनाएं कर रहे हैं और इन पर काबू पाने के लिए डीजीपी ने सभी पुलिस उच्चाधिकारियों को जोनल और डीआइजी स्तर पर अपना इन्फॉर्मेंशन नेटवर्क और मजबूत करने के लिए कहा है। ऐसा होने पर इन गतिविधियों के कारणों का पता लगाया जा सकेगा। ङ्क्षहदू नेताओं पर हमलों संबंधी राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन में तालमेल की कमी की बात को उन्होंने खारिज कर दिया।
सरकार ने नहीं अदालत ने की खैहरा के खिलाफ कार्रवाई
आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खैहरा के खिलाफ अदालती कार्रवाई में राज्य सरकार के किसी प्रकार के दखल के आरोपों को कैप्टन ने पूरी तरह से नकार दिया। उन्होंने कहा कि खैहरा को सम्मन जारी करने का फैसला अदालत का है और कांग्रेस सरकार कोर्ट के मामलों में दखल देने में विश्वास नहीं रखती। अगर अदालत ने सम्मन जारी किया है तो निश्चित रूप से यह फैसला कुछ सुबूतों के आधार पर ही किया होगा।
बाजवा ने इस्तीफा देणां तां फेर असीं की करिए
कांग्रेस सरकार की कारगुजारी पर नाराजगी जताने वाले सांसद प्रताप ङ्क्षसह बाजवा द्वारा इस्तीफा दिए जाने की चेतावनी के सवाल पर कैप्टन ने बेबाकी दिखाई और पास खड़े सेहत मंत्री ब्रह्म मोङ्क्षहदरा की तरफ देखते हुए उलटा सवाल दागा- बाजवा ने इस्तीफा देणां तां फेर असीं की करिए। इस पर मोहिंदरा भी मुस्करा दिए। सीएम ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि बाजवा नाराज क्यों हैं? कांग्रेस पार्टी सभी मेंबरों के लिए खुला मंच है, कोई भी शिकायत कर सकता है या फिर सुझाव दे सकता है। समझ में नहीं आता कि बाजवा के मन में क्या चल रहा है और उन्हें पार्टी हाईकमान की तरफ भाग-दौड़ करने की जल्दबाजी क्यों है?