Mirror 365 - NEWS THAT MATTERS

Dear Friends, Mirror365 launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards www.mirror365.com

Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

कृत्रिम एवं सहायक उपकरण देने के लिए दिव्यांगों को करेंगे सूचीबद्ध

0
229

गुरुग्राम 10 नवम्बर

जिले के प्रत्येक दिव्यांग को सूचीबद्ध किया जाएगा, जिससे कि प्रत्येक दिव्यांग को उसकी आवश्यकता के अनुसार कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण उपलब्ध हो सके।

यह जानकारी देते हुए उपायुक्त एवं जिला रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष अमित खत्री ने बताया कि जिला गुरुग्राम को बैरियर फ्री बनाने से पूर्व जरूरी है कि जिले के प्रत्येक दिव्यांग को जिला प्रशासन एवं रेडक्रॉस भारत सरकार के सामाजिक एवं अधिकारिता न्याय मंत्रालय द्वारा कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण सभी दिव्यांगों को उपलब्ध हो जाएं। जिससे कि जिले के बैरियर फ्री बनाया जा सके।

उपायुक्त ने बताया कि जिले के प्रत्येक गांव एवं शहरी क्षेत्र में ग्राम पंचायत, नगर परिषद, सामाजक संगठन दिव्यांगजनों की सेवा में जुड़ी संस्थाएं दिव्यांगों का पंजीकरण रेडक्रॉस को उपलब्ध करवा दें तो उन्हें सूचीबद्ध करके कम्प्यूटराइज्ड लिस्ट बनाई जा सकती है। इसके बाद खंड स्तर पर विशेष दिव्यांग जांच शिविर लगाए जाएंगे। जिससे कि उन सभी को उपमंडल एवं खंड स्तर पर ही कृत्रिम उपकरण एवं सहायक उपकरण वितरित किए जा सकें।

उपायुक्त ने आगे कहा कि जो भी दिव्यांग अपना पंजीकरण करवाना चाहता है, वे रेडक्रॉस सचिव श्याम सुंदर के मोबाइल नंबर-9416464748 पर वाट्सअप कर सकता है। उपकरण के लिए किसी भी दिव्यांगजन को गुरुग्राम रेडक्रॉस सोसायटी में आकर पंजीकरण करवाने की जरूरत नहीं है। वे उपरोक्त बताए गए मोबाइल नंबर पर अपना पंजीकरण करवा सकता है। जिसे कम्प्यूटराइज्ड किया जाएगा। जब भी जिला प्रशासन एवं रेडक्रॉस सोसायटी शिविर लगाए तो उसकी सूचना दिव्यांगजन को समय पर दी जाएगी। जिला उपायुक्त ने कहा कि गुरुग्राम जिले में अब तक करोड़ों रूपए के कृत्रिम सहायक उपकरण भारत सरकार ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिताa मंत्रालय द्वारा सीएसआर के अंतर्गत वितरित किए जा चुके हैं। अब जो दिव्यांग और बचे हुए उनका पंजीकरण भी किा जा रहा है, जिससे कि सूची अनुसार पूरे जिले में कैंप लगाए जा सकें। उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन का उद्देश्य दिव्यांगजन को गांव स्तर पर बाधायुक्त वातावरण देने का है, जिसमें रेडक्रॉस सोसायटी अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि यदि सामाजिक संगठन इस कार्य को अपने कार्यों में शामिल कर लें तो जिले को बेरियर फ्री बनाया जा सकता है।