रायपुररानी, 2 जुलाई, भाजपा सरकार की विफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कृषि विभाग ने किसानों को मक्की का बीज दिया, वो भी खराब और लाखों रूपये का खराब बीज किसानों को दिया गया, लेकिन बीज की उपज जांच नही की गई, जिसके चलते किसान को 5 हजार रूपये प्रति एकड़ नुकसान हुआ और किसान मक्की की बिजाई करने से भी लेट हो गया। यह बात इनेलो के कालका से पूर्व विधायक एवं जिलाध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहीं।
पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने राज्य सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि किसान को धान की फसल के लिए उचित बिजली नही मिल रही है, जिसके चलते किसान परेशान है। किसान को पता चला है कि बिजली आएगी और वो खेत में पहुंच जाता है और 10-10 घंटे बिजली के इंतजार के बाद वापिस लौटने को मजबूर है। सरकार ने 24 घंटे घरेलू बिजली देने के लिए लोगों को बरगलाया और लोगों के बिजली मीटर बाहर निकलवा दिए। लेकिन बिजली की आंख मिचौली आज भी जारी है और बिजली की कमी के चलते लोग भीषण गर्मी में पीने के पानी की कमी भी झेलने को मजबूर है, जिसके चलते मवेशियों के लिए भी पीने के पानी का प्रबंध नही हो पा रहा है। पूर्व विधायक ने सरकार को लोगों को पूरी बिजली देने का बात कहीं और इसके साथ ही उन्होंने पैंशन वितरण प्रणाली में भ सुधार करने की बात कहीं, क्योंकि लोगों को सही ढंग से पैंशन नही मिल रही है और बुजुर्ग तो इसके चलते परेशानी ज्यादा झेल रहे है।
पूर्व विधायक ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार ने घोषणापत्र में मक्खियों की समस्या खत्म करने का वादा किया था, लेकिन आज रायपुररानी-बरवाला क्षेत्र मक्खियों की समस्या से जुझ रहा है, जिसके चलते लोगों को किसी प्रकार का समारोहकरना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज तक सरकार मक्खियों की समस्या का ठोस हल नही निकाल पाई, जिसके चलते लोगों को मक्खियों की समस्या से राहत मिल सकें।