न्यूयॉर्क. अमेरिकी एयरलाइन यूनाइटेड की एक इंटरनल जानकारी सोमवार को लीक हुई। इसके मुताबिक एपल कैलिफोर्निया से शंघाई के लिए रोजाना बिजनेस क्लास के 50 टिकट बुक कराती है। एपल इस एयरलाइन को अपने अधिकारियों की यात्रा के लिए सालाना 15 करोड़ डॉलर (करीब एक हजार करोड़ रुपए) का भुगतान करती है। ये आंकड़े एपल के सिर्फ एक एयरलाइन को किए गए भुगतान के हैं। सभी एयरलाइंस की टिकट बुकिंग को मिलाकर एपल का खर्च दो हजार करोड़ रुपए के आस-पास हो सकता है।
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विमान यात्रा पर एपल का खर्च कितना ज्यादा है इसका अंदाजा फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों से तुलना करने पर आसानी से लगाया जा सकता है। ये दोनों कंपनियां यूनाइटेड को सालाना 3.4 करोड़ डॉलर (240 करोड़ रुपए) देती हैं। यानी एपल इन कंपनियों की तुलना में 4 गुना रकम हवाई यात्रा पर खर्च करती है। अन्य कंपनियां तो इस मामले में आस-पास भी नहीं हैं।
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यूनाइटेड एयरलाइन के साथ एपल के अधिकारियों की यात्राओं का करीब 25% खर्च सिर्फ शंघाई जाने में होता है। इसके बाद हॉन्गकॉन्ग और ताइवान का नंबर आता है। चीन के शहरों में एपल के अधिकारियों का बार-बार जाना चौंकाने वाली बात नहीं है। एपल की ज्यादातर डिवाइसों के हार्डवेयर वहीं तैयार होते हैं।
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बिजनेस ट्रवेल एक बड़ी इंडस्ट्री का रूप ले चुकी है। इसका मार्केट साइज 100 लाख करोड़ रुपए है। 2017 के आंकड़ों के लिहाज से बिजनेस ट्रैवल पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाला देश चीन है। वह सालाना करीब 25 लाख करोड़ रुपए बिजनेस ट्रैवेल पर खर्च करता है।
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बिजनेस ट्रैवल पर 21 लाख करोड़ रुपए के खर्च के साथ अमेरिका दूसरे नंबर पर है। भारत का इस लिस्ट में सातवां स्थान है। भारत बिजनेस ट्रैवल पर सालाना 2 लाख करोड़ रुपए खर्च करता है। दुनियाभर की कंपनियों के लिहाज से देखें तो 2014 के आंकड़ों के मुताबिक आईबीएम पहले नंबर पर है। उसने 4,000 करोड़ रुपए खर्च किए।
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बिजनेस ट्रैवल पर खर्च करने वाले टॉप-5 देश
देश रकम (रुपए) चीन 25 लाख करोड़ अमेरिका 21 लाख करोड़ जर्मनी 5.1 लाख करोड़ जापान 4.5 लाख करोड़ इंग्लैंड 3.5 लाख करोड़