बालू खनन अधिकार मोर्चा ने आरोप लगाया कि सर्वेक्षण किये बिना खान निरीक्षक सुलतानपुर द्वारा 6 बालू खनन क्षेत्रों में उपलब्ध बालू की मात्रा/क्षेत्रफल अधिक दिखाये जाने के साथ-साथ अत्यधिक रायल्टी होने के कारण जनपद का कोई भी बालू खनन ठेकेदार बालू खनन पट्टा लेने हेतु आवेदन नही किया परिणामस्वरूप पूरा जनपद अवैध खनन की जद में आ गया है जिससे बालू खनन व्यवसाय की अनिश्चितता वा सरकार की आय में भारी क्षति होने के साथ साथ बालू खनन से जुड़े निषाद समुदाय की रोजी रोटी और भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। मोर्चा ने मांग की कि जनपद के 15 बालू खनन क्षेत्रों का जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम/खान निरीक्षक द्वारा सही बालू की मात्रा/क्षेत्रफल का सर्वेक्षण कराकर बालू खनन पट्टा/अनुज्ञापन हेतु जल्द से जल्द विज्ञापित कराये जाने की कार्यवाही की ।
उक्त अवसर पर मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक व शिक्षक नेता श्यामलाल निषाद ‘गुरु जी’ने सरकार से पिछडो द्वारा दिए गए वोटो हिसाब माँगते हुए शासन-प्रशासन से माँग की कि मोस्ट पिछड़े समाज की ज्वलन्त समस्याओं का समाधान कराकर विधि के शासन व सरकारी योजनाओं में समुचित भागीदारी प्रदान कर सच्चे अर्थों में लोक कल्याणकारी राज्य अवधारणा को सुनिश्चित कराया जाय अन्यथा 2019 का सपना पूरा नहीं होने दिया जाएगा।
*आचार संहिता की परवाह किये बिना बालू खनन सहित विभिन्न माँगो को पूरी कराने के लिए मछुआ समुदाय ने जोरधर धरना-प्रदशन किया
सुल्तानपुर अरुण साहू /कैमरामैन अनिल कुमार निसाद
*आचार संहिता की परवाह किये बिना बालू खनन सहित विभिन्न माँगो को पूरी कराने के लिए मछुआ समुदाय ने जोरधर धरना-प्रदशन किया
सुल्तानपुर। तिकोनिया पार्क में बालू खनन अधिकार मोर्चा व मोस्ट कल्याण संस्थान द्वारा बालू खनन नीति 2017 के विरोध प्रदर्शन व प्रतियां जलायी गयी तथा निषाद समुदाय ने रोष व्यक्त करते हुये वर्तमान सरकार पर आरोप लगाया कि निषाद समुदाय का पुस्तैनी पेशा होने के कारण खनिज परिहार नियमावली के नियम 9 के अन्तर्गत बालू खनन पट्टा में पूर्व सरकारों द्वारा वरीयता प्रदान की गयी थी किन्तु वर्तमान सरकार द्वारा बनायी गयी बालू खनन नीति 2017 में निषाद समुदाय की बालू खनन पट्टा में प्राप्त वरीयता समाप्त कर दिया गया है, तथा बालू खनन रायल्टी की कीमत मूल्य हजारों गुना बढ़ा दी गयी है।
धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुये जे0पी0 निषाद ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा निषाद समुदाय के हक अधिकार पर कुठाराघात चिन्ता का विषय है क्यों कि 90 प्रतिशत निषाद समुदाय का वोट वर्तमान सरकार को प्राप्त हुआ है उक्त अवसर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य छोटे लाल निषाद, राज कुमार गौतम,हरिश्चन्द्र निषाद, सतनाम निषाद, नन्दलाल निषाद , बाबूलाल निषाद, शोभनाथ निषाद, घनश्याम निषाद, उर्मिला निषाद, दीपक सोनू निषाद,वृजेश निषाद,राजीव निषाद, राम पियारे निषाद राम दान बहादुर निषाद औतार (राज भाई) केश कुमारी निषाद राज बहादुर निषाद( राना जी) बृंदा प्रसाद निषाद, जे पी निषाद प्रधान कबरी, शिवराम कोटेदार, दिलीप निषाद,बलराम निषाद,सोनू निषाद( बरुआ) प्रेमचन्द निषाद मगन प्रधान,आशा निषाद ने सरकार की मछुआ विरोधियों की नीतियों निन्दा की कार्यक्रम का संचालन रविकान्त निषाद व अध्यक्षता सीताराम निषाद ने की। धरना-प्रदर्शन व ज्ञापन देने के दौरान विवेक निषाद,सुरेश निषाद,कालिका निषाद,धर्मेन्द्र निषाद,सुखराम निषाद सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।