- पिछले साल जून में 2 मिमी बारिश हुई थी, इस बार 100 मिमी हो चुकी है
- इंग्लैंड में क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच से ज्यादा महिलाओं का फुटबॉल वर्ल्ड कप देख रहे लोग
शिवकुमार उलगनाथन, बीबीसी हिंदी. वर्ल्ड कप के शुरुआती 15 दिन में ही 4 मुकाबले बारिश की वजह से धुल चुके हैं। इनमें से 3 मैच तो ऐसे रहे, जिनमें एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। अब तक किसी भी वर्ल्ड कप में बारिश से धुले मैचों की अधिकतम संख्या 2 थी। यह 1992 और 2003 वर्ल्ड कप में हुआ था। यानी बारिश से 4 मैच धुलने की वजह से 2019 वर्ल्ड कप अब रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो चुका है।
महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप की व्यूअरशिप ज्यादा
इसके चलते एशियाई फैंस निराश तो हैं, लेकिन उनमें अभी वर्ल्ड कप को लेकर उत्साह बाकी है। लेकिन इंग्लिश फैंस का वर्ल्ड कप को लेकर जो थोड़ा-बहुत उत्साह बाकी था, बारिश की वजह से वह खत्म होता जा रहा है। यही वजह है कि वहां इंग्लैंड के क्रिकेट मैच से ज्यादा व्यूअरशिप महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप के मैचों को मिल रही है। इंग्लैंड के क्रिकेट मैच काे साढ़े 5 लाख लोगों ने देखा था जबकि महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप में इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के मैच की व्यूअरशिप 46 लाख थी।
आईसीसी के अंदाजे के उलट रहा है मौसम
इस बीच, वर्ल्ड कप के आयोजन को लेकर आईसीसी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि आईसीसी ने टूर्नामेंट के आयाेजन से पहले 5 साल की वेदर रिपोर्ट देखी थी। इसके अनुसार, पिछले साल जून में सिर्फ 2 मिमी बारिश हुई थी। लेकिन पिछले 24 घंटों में ही इंग्लैंड के दक्षिण-पश्चिम इलाके में 100 मिमी तक बारिश हो चुकी है। यानी पिछले साल की तुलना में 50 गुना ज्यादा बारिश।
भारत-पाकिस्तान के मैच पर पड़ सकता है खलल
मौसम विभाग के मुताबिक, जून ब्रिटेन में साल का तीसरा सबसे सूखा महीना होता है। आमतौर पर इस महीने में यहां इतनी बारिश नहीं हाेती है। लेकिन अगले 5 दिन भी बारिश होने की संभावना है। मतलब ये कि 16 जून को मैनचेस्टर में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच में भी खलल पड़ सकता है। बारिश से भारत के प्रैक्टिस सेशन भी प्रभावित हुए हैं।
बारिश से फैंस निराश
दुनिया के इस हिस्से में बारिश सूरज की चमकती रोशनी के तुरंत बाद ही कुछ घंटों के लिए बूंदा-बांदी या तेज बौछार के रूप में होती है। लेकिन ये बारिश टूर्नामेंट के लिए अच्छा संकेत नहीं है। बीते रविवार को ओवल में मैच देखने के लिए पहुंचे सेंथिल कुमार कहते हैं- ‘मैच न होने से निराशा तो होती है, लेकिन आप आयोजनकर्ताओं को इसके लिए दोषी नहीं ठहरा सकते। फिर भी मैं उम्मीद करता हूं कि भारत के आगे होने वाले मैचों में बारिश न हो। टीम अच्छी फॉर्म में है।’
बारिश ने वर्ल्ड कप के चढ़े बुखार को कम कर दिया है। एशियाइयों को छोड़कर टूर्नामेंट के बारे में कोई ज्यादा बात नहीं कर रहा है। भारत की तरह यहां लोग टीवी से चिपके नहीं रहते हैं। इंग्लैंड के अच्छे प्रदर्शन और खिताब जीतने के दावेदारों में से एक होने के बावजूद ब्रिटेन के लोगों के बीच टूर्नामेंट को लेकर ज्यादा उतावलापन नहीं है।