अमृतसर। शुक्रवार को जौड़ा फाटक के पास दशहरा देख रहे लोगों के ट्रेन से कटने के बाद उनके शरीर के अंग आधे किलोमीटर एरिया में बिखर गए थे। घटना के 5 घंटे बाद तक पुलिसकर्मी उन्हें यहां से संभालते दिखे थे। इसके अगले दो दिनों तक लोग अपने पारिवारिक सदस्यों के शवों की शिनाख्त और उनके अलग हो चुके हिस्सों को इकट्ठा करने में लगे रहे।उधर शुक्रवार रात हादसे के बाद जब डीएमयू ट्रेन अमृतसर पहुंची तो उसके साथ कई मानवीय अंग चिपके हुए थे।
लोगों के शरीर के टुकड़ेट्रेन में फंसे हुए थे
सूत्रों के अनुसार, एक हाथ, टांग और कुछ लोगों के शरीर के दूसरे अंग ट्रेन और उसके निचले हिस्सों में फंसे हुए थे। घटना के कुछ समय बाद रेलवे ने इस डीएमयू ट्रेन को अमृतसर स्टेशन के तीन नंबर प्लेटफार्म से हटाकर बॉर्डर एरिया के एक स्टेशन पर भेज दिया। उधर ट्रेन के साथ अटके अंगों की जानकारी अभी तक जिला प्रशासन के किसी अधिकारी के पास नहीं है। नियमानुसार इन अंगों को सेहत विभाग के सुपुर्द कर दिया जाना चाहिए था।
ऐसे मिट रहे सबूत : कुत्ते चाट रहे ट्रेन पर लगा खून
चार डिब्बों वाली इस गाड़ी के इंजन और शुरुआती दो डिब्बों पर जगह-जगह खून के धब्बे लगे हैं। रेलवे ने ट्रेन को बाॅर्डर एरिया के एक रेलवे स्टेशन पर खड़ा कर दिया ताकि कोई इससे छेड़छाड़ न कर सके। लेकिन यहां घूम रहे आवारा कुत्ते ट्रेन पर लगे खून को चाट रहे हैं।
डॉक्टर बोले- रेलवे हमें नहीं सौंपे किसी के शरीर के अंग
अमृतसर के सिविल सर्जन डॉ. एसएच घई का कहना है कि रेलवे अधिकारियों ने न तो कोई अंग उन्हें सौंपे और न ही इस बारे में किसी तरह की कोई जानकारी दी गई।
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